
– ईको फ्रेंडली गणेश बनाने के लिए वर्कशॉप आयोजित,अपने-अपने घरों में गणेशजी की मिट्टी की मूर्ति स्थापित करने की अपील
ग्वालियर, 25 अगस्त (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के ग्वालियर में पर्यावरण संरक्षण का संदेश जन-जन तक पंहुचाने एवं नागरिकों को प्रेरित करने के उद्देश्य से कलेक्टर रुचिका चौहान ने मिट्टी से भगवान श्रीगणेश जी की मूर्ति बनाई। ईको फ्रेंडली गणेश जी बनाने के लिए सोमवार को जीवायएमसी में आयोजित वर्कशॉप में कलेक्टर शामिल हुईं। साथ ही कार्यशाला में भाग लेने आए प्रतिभागियों के साथ बैठकर चिकनी मिट्टी से गणेश जी की मूर्तियाँ बनाईं। उन्होंने अपील की कि शहरवासी गणेश महोत्सव के पावन अवसर पर अपने-अपने घरों में मिट्टी के गणेश जी स्थापित करें। साथ ही अपने पड़ोसियों, रिश्तेदारों व जान-पहचान वालों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
कलेक्टर रुचिका चौहान ने मिट्टी के श्रीगणेश बनाने के लिये आयोजित हुई ईको फ्रेंडली कार्यशाला में कार्यशाला में कहा कि धरती माता हमको अपना सब कुछ देती है। हम सबका नैतिक दायित्व है कि हम पर्यावरण को संरक्षित कर धरती माँ व वातावरण की सेहत बढ़िया रखने में अपना योगदान दें। कार्यशाला में फाइन आर्ट कॉलेज, प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट व दिव्य ज्योति सहित अन्य संस्थाओं से जुड़ीं लगभग 150 महिलाओं व छात्र – छात्राओं ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर नगर निगम की सहायक खेल अधिकारी विजेता चौहान तथा रानू नाहर व वाटर वूमेन सावित्री एवं अन्य पर्यावरण प्रेमी उपस्थित थे।
ग्वालियर शहर और जिले के पर्यावरण को प्लास्टर ऑफ पेरिस एवं कैमिकल से पहुँचने वाली हानि से बचाने के लिए कलेक्टर की पहल पर विशेष जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत वर्कशॉप के माध्यम से शहरवासियों को मिट्टी के गणेश जी बनाने की विधि समझाई गई।
स्व-सहायता समूहों की दीदियाँ भी बना रही हैं मिट्टी के श्रीगणेश
एनआरएलएम के तहत गठित स्व-सहायता समूहों की दीदियों द्वारा भी ईको फ्रेंडली मिट्टी – गोबर की मूर्तियाँ बनाई जा रही हैं। कलेक्टर ने स्व-सहायता समूहों की दीदियों द्वारा मिट्टी से बनाए गए श्रीगणेश के विक्रय के लिये ग्वालियर कलेक्ट्रेट एवं डीडी मॉल में स्थान उपलब्ध कराया है।
(Udaipur Kiran) तोमर
