
-सिंगर राहुल फाजिलपुरिया पर फायरिंग मामले में लेन-देन का मामला सामने आया
-सुनील सरधानिया नामक व्यक्ति ने ली है फायरिंग की जिम्मेदारी
गुरुग्राम, 17 जुलाई (Udaipur Kiran) । बॉलीवुड सिंगर राहुल फाजिलपुरिया पर गुरुग्राम में एसपीआर रोड पर हुई फायरिंग की सोनीपत के रहने वाले सुनील सरधानिया ने जिम्मेदारी ली है। राहुल पर फायरिंग की जिम्मेदारी लेते हुए उसने कहा है कि उनका मकसद राहुल को मारना नहीं था। अपने पैसे लेने के लिए उन्होंने ऐसा किया है। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को बुधवार की रात गिरफ्तार भी किया है।
सुनील सरधानिया की ओर से कहा गया है कि फाजिपुरिया पर जो हमला किया गया है, ये सिर्फ वार्निंग दी है। अगर मारना होता तो उसके ऑफिस के बाहर ही मार देते। हमें तो अपने पैसे चाहिए, जो उसने दीपक भाई, अपने और अपने हर जानकार से लेकर इस पर लगाए हैं। सुनील ने कहा कि राहुल को सेलिब्रिटी बनाने के लिए मेरे भाई दीपक नांदल से पांच करोड़ रुपये लगवा दिए। पहले तो यह बोलता था कि भाई काम नहीं चला तो अपनी जमीन बेचकर पैसे दूंगा। उस भाई ने अपनी जिंदगी के 10 साल और पांच करोड़ रुपयेइस पर खराब कर दिए हैं। जब इसके गाने चल गए तो यह राजनीति का रसूख दिखाकर पिछले दो साल से ना फोन उठा रहा है और ना ही किसी को कुछ समझ रहा है। ऐसे में हमारे पास अब कोई चारा नहीं बचा।
सुनील सरधानिया ने यह भी कहा है कि फाजिलपुरिया को यह आखिरी वार्निंग है कि पैसे दे दे। साथ ही कहा कि तू तो झूठ बोलकर सिक्योरिटी ले लेगा, मगर तेरे साथ घूमने वाले 10 जानकारों और रिश्तेदारों की डिटेल हमारे पास है। एक महीने का समय है, या तो पैसे देकर काम खत्म कर ले। नहीं तो हर महीने एक को मरवाऊंगा। सुनील सरधानिया कौन है, इस बारे में अभी कुछ जानकारी हासिल नहीं हो पाई है। गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप कुमार ने गुरुवार को बताया कि आरोपी से गहनता से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल बातों की पुलिस को जानकारी नहीं है। उनकी पुलिस कुछ पुष्टि नहीं करती।
फाजिलपुरिया की रेकी करने का एक आरोपी काबू
बॉलीवुड सिंगर राहुल फाजिलपुरिया पर दो दिन पहले फायरिंग के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को काबू किया है। वह सोनीपत जिला के गांव जाजल का रहने वाला विशाल है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया है कि उसने अपने साथियों के साथ फाजिलपुरिया के घर से निकलने, घर पहुंचने, रास्ते में रुकने आदि की रेकी की थी। वह सोनीपत से गुरुग्राम रेकी करने आता था और गुरुग्राम में अलग-अलग गेस्ट हाउस में ठहरता था। जिस रात को फाजिलपुरिया की गाड़ी पर फायरिंग की गई, उससे पहले उसने रेकी करके अपने साथियों को जानकारी दी थी।
(Udaipur Kiran)
