Haryana

गुरुग्राम: जर्जर व जानलेवा सडक़ों के विरोध में अनिश्चितकालीन धरना शुरू

गुरुग्राम के खंड फर्रखनगर क्षेत्र में टूटी सडक़ों के विरोध में धरने पर बैठे लोग।

-डाबोधा मोड़ से अनाजमंडी फर्रुखनगर तक सडक़ बदहाल

गुरुग्राम, 21 सितंबर (Udaipur Kiran News) । फर्रुखनगर खंड में डाबोधा मोड़ से अनाज मंडी फर्रुखनगर एवं क्षेत्र की अन्य संकरी, जर्जर एवं जानलेवा सडक़ों की बदहाली के विरोध में रविवार से अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया गया। सडक़ सुधार संगठन के अध्यक्ष एवं प्रदेश प्रवक्ता भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सुखबीर तंवर के नेतृत्व में यह धरना दिया जा रहा है।सुखबीर तंवर ने कहा कि आमजन, व्यापारिक एवं शैक्षिक संस्थान और बाहर से क्षेत्र में आने वाले लोग पिछले करीब 8 साल से डाबोधा मोड़ से अनाजमंडी फर्रुखनगर और क्षेत्र की अन्य संकरी, जर्जर और जानलेवा सडक़ों से त्रस्त हैं। सडक़ों की और जर्जर अवस्था से निरंतर लगने वाले जाम से लोगों का समय, ईंधन और धन बर्बाद हो रहा है। निरंतर महंगे निजी एवं व्यापारिक वाहनों को नुकसान हो रहा है। जर्जर सडक़ों के गड्ढों के कारण उडऩे वाली धूल क्षेत्र में प्रदूषण और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की विकराल स्थिति पैदा हो रही है। सरकार और शासन को नियमित शिकायतों, धरना/प्रदर्शन के पश्चात भी कोई संज्ञान नहीं लिया जाना सरकार की संवेदनहीनता का प्रत्यक्ष प्रमाण है। क्षेत्रवासियों की निरंतर मांग और आग्रह की अवहेलना के दृष्टिगत क्षतिग्रस्त सडक़ों की मरम्मत, चौड़ीकरण और पुनर्निर्माण के लिये शांतिपूर्ण अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। सुखबीर तंवर ने कहा कि स्थानीय विधायक एवं मंत्री नरबीर सिंह धरनास्थल के सामने से बिना रुके गुजर गये। कैबिनेट मंत्री ने धरनास्थल पर नहीं रुककर जन समस्याओं के प्रति संवेदनहीनता का परिचय दिया। यह क्षेत्र की जनता का अपमान है।

धरने में दैनिक रेल यात्री संघ के संस्थापक भीम सिंह सारवान, देशी जिम के संस्थापक विपिन यादव, सरपंच खेमचंद खेड़ा, पूर्व सरपंच रामनिवास खेड़ा, पूर्व सरपंच गोरधन माजरी, पूर्व सरपंच राजबीर माजरी, अशोक कुमार माजरी, हरी यादव, इंद्र गढ़ी, जगदेव यादव, बिशम्बर दयाल थानेदार, रामचंद्र गढ़ी, दिनेश गामड़ी, धर्मबीर आलमदी, रामेश्वर मुशेदपुर, महाबीर यादव खर्रमपुर, अनिल फरीदपुर, जयप्रकाश तिरपड़ी, मास्टर नरेश खेड़ा, विकम गढ़ी, रंजन, टिंकू, अमिश, सचिन, प्रेम कुमार, अत्तर सिंह फौजी सहित अनेक ग्रामीणों उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran)

Most Popular

To Top