
-वेस्ट टू वेल्थ की नीति पर कार्य करते हुए तकनीक से बदलें शहरों की तस्वीर
-स्वच्छ भारत अभियान में समाज को व्यापक जन-जागरण के माध्यम से जोड़ें
गुरुग्राम, 4 जुलाई (Udaipur Kiran) । हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि देशभर के शहरी स्थानीय निकायों के अध्यक्ष और प्रतिनिधि कचरा प्रबंधन में उन्नत तकनीकों का उपयोग करते हुए वेस्ट टू वेल्थ की नीति को अपनाएं। इससे न केवल स्वच्छता अभियान को नई दिशा मिलेगी, बल्कि शहरी स्थानीय निकायों के आर्थिक संसाधनों में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी। राज्यपाल शुक्रवार को मानेसर में शहरी स्थानीय निकायों के अध्यक्षों के राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि यह गौरव की बात है कि देशभर से आए प्रतिनिधियों ने सम्मेलन में न केवल विचार-विमर्श किया, बल्कि शहरी विकास से जुड़ी सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं को भी आपस में साझा किया। इसके साथ ही शहरी निकायों से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर सार्थक और उपयोगी चर्चा हुई, जो भविष्य की नीति निर्माण में मार्गदर्शक साबित होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की, जिससे देशवासियों के मन में स्वच्छता के प्रति सकारात्मक सोच और जागरूकता आई है। उन्होंने सभी प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे इस अभियान में समाज को व्यापक जन-जागरण के माध्यम से जोड़ें, ताकि शहरों को और स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सके। जितने अधिक लोग इस अभियान से जुड़ेंगे, उतने ही अधिक हमारे शहर खूबसूरत और स्वस्थ होंगे। विशेष रूप से, स्वच्छ भारत अभियान में स्लम इलाकों पर विशेष ध्यान देते हुए जन भागीदारी की जाये। साथ ही, उन्होंने निकायों में डिजिटलीकरण की प्रक्रिया को तेजी से लागू करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि सरकार युवाओं को रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध करवा रही है। इसके साथ ही, शहरी स्थानीय निकायों को अपने-अपने क्षेत्रों में युवाओं के कौशल विकास पर विशेष ध्यान देना चाहिए, ताकि रोजगार के अवसरों को और बढ़ावा मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि जो शहर किसी क्षेत्र में रोल मॉडल के रूप में स्थापित हैं, उनकी बेहतरीन प्रथाओं का आदान-प्रदान करके सभी अपने-अपने क्षेत्र में नंबर एक बनने का प्रयास करें।
(Udaipur Kiran)
