
-एडीसी वत्सल वशिष्ठ की अध्यक्षता में डीएलआरएसी बैठक
गुरुग्राम, 29 अगस्त (Udaipur Kiran) । जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति व जिला स्तरीय समीक्षा कमेटी की बैठक शुक्रवार को एडीसी वत्सल वशिष्ठ की अध्यक्षता में हुई। एडीसी ने बैठक में जिला के जमा, अग्रिम तथा शासकीय योजनाओं के लक्ष्यों को पूर्ण करने के संबंध में विस्तार से चर्चा करने के साथ साथ विभिन्न स्वरोजगार एवं उद्यमी योजनाओं के ऋण आवेदनों की स्वीकृति एवं वितरण की बैंकवार समीक्षा की।
एडीसी वत्सल वशिष्ठ ने बैठक में बैंकों के ऋण जमा अनुपात, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड, हरियाणा महिला विकास निगम, केसीसी लोन, पीएम फसल बीमा योजना, पीकेसीसी, पीएम स्वनिधि, पीएम मुद्रा योजना सहित मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत बैंकों में भेजे गए आवेदनों की प्रगति की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में पिछली कार्यवाही की पुष्टि के साथ वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रमों की समीक्षा की गई तथा दूसरी तिमाही के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का शेड्यूल प्रस्तुत किया गया। एडीसी ने बैंक शाखाओं द्वारा उम्मीदवारों को प्रायोजित करने, प्रशिक्षुओं को ऋण उपलब्ध कराने एवं लंबित ऋण प्रस्तावों की स्थिति पर विशेष जोर दिया।
रुडसेट की निदेशक सौम्या ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में कुल नौ प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरे किए गए जिनमें टेलर-महिला परिधान, जूनियर ब्यूटी प्रेक्टिशनर, असिस्टेंट बुककीपर और सामान्य ईडीपी जैसे कार्यक्रम शामिल रहे। दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) में कुल 13 प्रशिक्षण कार्यक्रम निर्धारित हैं, जिनमें से असिस्टेंट बुककीपर, टेलर महिला परिधान, जूनियर ब्यूटी प्रैक्टिशनर और लघु उद्यमी (फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी) जैसे कोर्स पूरे हो चुके हैं, जबकि कंप्यूटर हार्डवेयर एंड नेटवर्किंग तथा सामान्य ईडीपी के कुछ कार्यक्रम अभी संचालित हो रहे हैं। इसके साथ ही क्रिएटिव ज्वेलरी, पापड़-अचार-मसाला निर्माण, जूट उत्पाद और मोमबत्ती निर्माण जैसे नए कोर्स शीघ्र प्रारंभ किए जाएंगे। बैंक शाखाओं द्वारा प्रायोजित अभ्यर्थियों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। जून 2024 में जहां यह संख्या 213 थी, वहीं जून 2025 में बढक़र 267 हो गई। इसी प्रकार प्रशिक्षुओं के वित्तपोषण की राशि भी 10.81 लाख से बढक़र 19.45 लाख तक पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि अप्रैल-जून 2025 की तिमाही पोस्ट-ट्रेनिंग बैच संख्या 834 से 884 तक के 50 बैचों में कुल 1440 उम्मीदवारों को प्रशिक्षण दिया गया। इनमें से 722 उम्मीदवार (50.14 प्रतिशत) ने स्वरोजगार या रोजगार अपनाकर आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ाया है। उन्होंने बताया कि महिला उम्मीदवारों की भागीदारी भी उल्लेखनीय रही। कुल प्रशिक्षार्थियों में लगभग 48 प्रतिशत महिलाएं शामिल थीं।
(Udaipur Kiran)
