
गुरुग्राम, 12 जुलाई (Udaipur Kiran) । भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) गुरुग्राम की ओर से भ्रष्टाचार के एक मामले में जिला नूंह के राजस्व अधिकारी का अतिरिक्त चार्ज संभाल रहे जिला राजस्व अधिकारी को शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। एसीबी के पास आरोपी राजस्व अधिकारी के खिलाफ जांच के दौरान पर्याप्त सुबूत मिले। उनके आधार पर यह गिरफ्ताारी की गई है।
आरोपी जिला राजस्व अधिकारी बिजेन्द्र राणा (पूर्व जिला राजस्व अधिकारी नूंह ) पर आरोप हैं कि उन्होंने अपनी जिला नूंह में बतौर बन्दोबस्त अधिकारी चकबंदी नियुक्ति के दौरान 13 फरवरी 2024 को गांव बसई मेव खंड फिरोजपुर झिरका जिला नूंह की स्कीम चकबंदी को मंजूर करते हुये दो रास्तों को अवैध रूप से मंजूरी दी थी। गांव वासियों द्वारा दो अवैध रास्तों के निर्माण के बारे में राजस्व अधिकारी बिजेन्द्र राणा को शिकायत दी गई। शिकायत में कहा गया था कि इन दोनों अवैध रास्तों का निर्माण हरियाणा सीमा के उस पार राजस्थान राज्य में वैध/अवैध खनन मालिकों, क्रेसर मालिकों व राजस्थान से रॉयल्टी ठेकेदारों तथा गांव बसई मेव के कुछ लोगों द्वारा साज-बाज होकर खुद को अनुचित लाभ कमाने के लिए बनवाया जा रहा है। आरोपी द्वारा एतराज नम्बर-2 को सुनवाई केबाद खारिज कर दिया गया। इस मामले में आरोपी हनीफ उर्फ हन्ना (तत्कालीन सरपंच गांव बसई मेव) व अन्य गांव वासियों द्वारा दिये गये एतराज नम्बर-3 को मंजूर करते हुए गांव बसई मेव से गांव नांगल व छपरा राजस्थान को जाने वाले दो रास्तों को स्कीम चकबंदी को मंजूर किया गया है। इस पूरे प्रकरण में जिला राजस्व अधिकारी बिजेंद्र राणा की भूमिका संदिगध पायी गई। पर्याप्त सुबूत मिलने पर उनकी गिरफ्तारी की गई है।
राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो गुरुग्राम द्वारा इस मामले में शेर मोहम्मद पुत्र ईशाक व मोहम्मद लतीफ पुत्र अशरू (प्राईवेट व्यक्ति) निवासी गांव बसई मेव व चकबंदी विभाग के तीन तत्कालीन अधिकारियों को पहले ही गिरफतार किया जा चुका है। इस मामले में तीन फरार आरोपी शाबिर पुत्र रहमान, आरोपी शौकत पुत्र रहमान व हनीफ उर्फ हन्ना पुत्र रूसतम निवासी गांव बसई मेव, जिला नूंह को पकड़वाने के लिये 50-50 हजार रुपये का नकद इनाम भी घोषित किया गया है।
(Udaipur Kiran)
