
गुना, 16 जून (Udaipur Kiran) । शहर की पुरानी गल्ला मंडी के साथ ही हाट रोड की सूरत संवारने में जुटे प्रशासन की कार्रवाई सोमवार को भी जारी रहा। इस दौरान एसडीएम शिवानी पांडे के नेतृत्व में राजस्व एवं नगर पालिका का अमला यहां पहुँचा। इस दौरान पुरानी मंडी से अस्थाई अतिक्रमण हटाने के साथ ही कब्जे तोड़े गए, वहीं हाट रोड से ठेले वालों को हटाकर उन्हे पुरानी मंडी भेजा गया। मजेदार मगर गंभीर बात यह रही कि कार्रवाई सुबह हुई और शाम को स्थिति जस की तस देखने को मिली। हाट रोड पर जहां ठेले फिर लौट आए तो मंडी में भी कब्जे जमे देखेे गए। इससे कार्रवाई की हकीकत बयां हो जाती है। गौरतलब है कि अतिक्रमण हटाने के नाम पर पहले ही इसी औपचारिकता निभाई जाती रही है।
चबूतरों पर चलाया हथौड़ा
एसडीएम शिवानी पांडे के नेतृत्व में तहसीलदार गौरीशंकर बैरवा, डिप्टी कलेक्टर एवं सीएमओ मंजुषा खत्री, परियोजना अधिकारी तेज सिंह, मंडी सचिव श्याम मीना सोमवार को पुरानी गल्ला मंडी पहुंचे। इस दौरान यहां से अस्थाई अतिक्रमण हटाया गया तो दुकानों के बाहर चबूतरों को हथौड़े से तोड़ा गया। दुकानदारों ने नालियों पर कब्जा कर चबूतरे बना लिए थे। जिससे पानी की निकासी अवरुद्ध हो रही थी और गंदा पानी सडक़ों पर बह रहा था। प्रशासन ने दुकानदारों को अपनी हद में रहने को आगाह किया। उल्लेखनीय है कि मंडी में भरपूर गदंगी जमा रहती है तो अतिक्रमण के कारण आवागमन बाधित रहता है।
हाट रोड पर आवागमन को सुगम कराया
प्रशासन की टीम हाट रोड पर पहुँची और यहंा भी दुकानदारों को अतिक्रमण को लेकर चेताया। इस दौरान नालियों पर जमे कब्जों को तोड़ा गया, वहीं सडक़ पर रखे बोर्ड एवं अन्य सामान को जब्त किया गया। इस दौरान दुकानदारों से अमले की मामूली नोंकझोंक भी हुई। यहां लगने वाले फल एवं सब्जियों सहित अन्य ठेलों को यहां से हटाकर मंडी में पहुंचाया गया। इनके लिए मंडी में नंबरिंग कर उन्हे स्थान सुनिश्चित किया गया।
जस की तस हुई स्थिति
कार्रवाई के बाद हाट रोड और पुरानी गल्ला मंडी में काफी जगह निकल आई थी। यह मार्ग कितने चौड़े है। यह दिखाई देने लगा था। जिन मार्ग पर आवागमन बाधित रहता था और जाम की स्थिति बनती थी। उस पर दोपहर तक आवागमन सुचारु रहा। हालांकि इसके बाद मार्ग पर धीरे-धीरे फिर अस्थाई अतिक्रमण बढऩे लगा। दुकानदारों ने जहां अपना सामान फुटपाथ और सडक़ पर जमा लिया गया। फल, सब्जी के ठेले वाले भी फिर लौटकर हाट रोड पर आ गए। जिससे फिर यहां आवागमन बाधित होने लगा। इसको लेकर ठेले वालों का कहना रहा कि अंदर ग्राहक नहीं पहुँचते है। उनका कहना रहा कि अगर एक स्थान उनके लिए सुनिश्चित कर सभी को सख्ती के साथ वहां भेजा जाए तब ठीक रहेगा। सडक़ पर खड़े होने वाले ठेलों की ग्राहकी अच्छी होती है और अंदर खड़े होने वालों का व्यवसाय पिट जाता है।
—————
(Udaipur Kiran) / अभिषेक शर्मा
