
गुजविप्रौवि के अंग्रेजी एवं विदेशी भाषाएं विभाग में हुआ स्टूडेंटस इंडक्शन
कार्यक्रम
हिसार, 12 सितंबर (Udaipur Kiran) । गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
की प्रथम महिला डा. वंदना बिश्नोई ने कहा है कि विदेशी भाषाओं का ज्ञान न केवल संचार
कौशल में सुधार करता है, बल्कि शानदार रोजगार पाने का भी एक उत्कृष्ट माध्यम है। विदेशी
भाषाओं का ज्ञान सांस्कृतिक क्षमता के साथ-साथ वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी विकसित करता
है। विद्यार्थियों को अपने देश की भाषाओं के साथ-साथ विदेशी भाषाओं का ज्ञान भी ग्रहण
करना चाहिए।
डा. वंदना बिश्नोई शुक्रवार काे विश्वविद्यालय के अंग्रेजी एवं विदेशी भाषाएं विभाग के सौजन्य
से आयोजित पहले स्टूडेंटस इंडक्शन कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित कर रही
थी। अध्यक्षता विभागाध्यक्षा डा. प्रियंका सिंगला ने की। इस अवसर पर विश्वविद्यालय
के प्रोक्टर प्रो. अनिल भानखड़ व पीडीयूआईआईसी के उपनिदेशक प्रो. विमल के. झा भी उपस्थित
रहे।
डा. वंदना बिश्नोई ने कहा कि वैश्विक स्तर पर तेजी से बदलाव हो रहे हैं। दुनिया
के सभी देश तकनीकी, सांस्कृतिक, वैज्ञानिक, शैक्षणिक व सामरिक, आदि क्षेत्रों में एक
दूसरे से गहरे से जुड़ते जा रहे हैं। डा. प्रियंका सिंगला ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि भाषा सीखना केवल शब्दों
का अधिग्रहण नहीं है, बल्कि एक अंतर्सांस्कृतिक यात्रा की शुरुआत है जो दुनिया के लिए
द्वार खोलती है। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम विभाग के विद्यार्थियों को 21वीं सदी
के वैश्विक परिदृश्य में आत्मविश्वास से कदम रखने के लिए तैयार करने के दृष्टिकोण की
प्रस्तुति है।
फ्रेंच पाठ्यक्रम की समन्वयक डा. पल्लवी ने विदेशी भाषा पाठ्यक्रमों पर प्रकाश
डाला। फ्रेंच भाषा प्रशिक्षक डा. नीतू तथा जर्मन भाषा प्रशिक्षक स्वदेश ने प्रगति रिपोर्ट
प्रस्तुत की। धन्यवाद प्रस्ताव फ्रेंच पाठ्यक्रम समन्वयक डा. साक्षी ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम
का संचालन डा. तमन्ना ने किया।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
