
राजगीर, 08 अगस्त (Udaipur Kiran) । बिहार के राजगीर खेल परिसर में आज एशियन रग्बी अंडर-20 सेवन्स चैंपियनशिप का भव्य उद्घाटन बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार और खेल मंत्री सुरेन्द्र मेहता ने संयुक्त रूप से किया।
मौके पर रग्बी इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रख्यात अभिनेता राहुल बोस ने संबोधन में कहा कि यह आयोजन न केवल बिहार बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का विषय है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व में इस प्रतियोगिता के शुभंकर और लोगो का अनावरण कर इस आयोजन को विशेष महत्व प्रदान किया था।
मौके पर ग्रामीण विकास मंत्री और खेल मंत्री ने भी मुख्यमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व तथा बिहार के युवाओं की उत्कृष्ट खेल प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा कि रग्बी में राज्य का प्रदर्शन प्रेरणादायक है और इससे खेल संस्कृति को नई दिशा मिलेगी।
इस दो दिवसीय प्रतियोगिता में भारत, चीन, हांगकांग, संयुक्त अरब अमीरात, कज़ाख़स्तान, उज्बेकिस्तान, श्रीलंका, मलेशिया और नेपाल की पुरुष एवं महिला टीमें भाग ले रही हैं। कुल 16 टीमों के 192 खिलाड़ी, 32 कोच और 50 तकनीकी अधिकारी इस आयोजन में शामिल हैं।
भारतीय पुरुष अंडर-20 टीम में बिहार के गोल्डन कुमार और सागर प्रकाश शामिल हैं, जबकि महिला अंडर-20 टीम में बिहार की आरती कुमारी, अनशु कुमारी, अल्पना कुमारी और गुड़िया कुमारी चयनित हुई हैं। पुरुष टीम की कप्तानी सुमित कुमार रॉय और उपकप्तानी करन राजभार के पास है, वहीं महिला टीम की कप्तान भूमिका शुक्ला और उपकप्तान तनुश्री भोसले हैं। टूर्नामेंट के प्रमुख कोचों में फ्रैंको ‘पाको’ हेर्नांडेज़ (पुरुष टीम) और सुसान मार्टिनेज़ (महिला टीम) शामिल हैं, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर का अनुभव रखते हैं।
राजगीर खेल परिसर अपनी अत्याधुनिक सुविधाओं के लिए देशभर में प्रसिद्ध है। यहां 45,000 दर्शकों की क्षमता वाला मुख्य स्टेडियम, बहुउद्देश्यीय इनडोर हॉल, एथलेटिक्स ट्रैक, स्विमिंग पूल, हॉकी, फुटबॉल, टेनिस, बैडमिंटन और अन्य खेलों की अंतरराष्ट्रीय मानकों वाली सुविधाएं उपलब्ध हैं। यह परिसर न केवल खेल प्रतियोगिताओं बल्कि प्रशिक्षण शिविरों और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के लिए भी आदर्श स्थल है।
उद्घाटन समारोह में बिहार की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने वाले मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। झिझिया, सामा-चकेवा जैसे पारंपरिक लोकनृत्यों ने दर्शकों का मन मोह लिया और अंतरराष्ट्रीय मेहमानों को बिहार की सांस्कृतिक पहचान से रूबरू कराया।
—————
(Udaipur Kiran) / गोविंद चौधरी
