

हरिद्वार, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ((से.नि.)) ने मंगलवार को हरिद्वार पहुंचकर कांवड़ यात्रा में शामिल शिवभक्तों का आत्मीय स्वागत किया। उन्होंने श्रद्धालुओं को पटका और रुद्राक्ष की माला पहनाकर अभिनंदन किया। इस अवसर पर डामकोठी स्थित प्रशासनिक कार्यालय में राज्यपाल ने कांवड़ यात्रा की व्यवस्थाओं, तैयारियों और सामने आने वाली चुनौतियों की विस्तार से समीक्षा की।
राज्यपाल ने जिला प्रशासन, पुलिस और अन्य संबंधित विभागों की ओर से की गई व्यवस्थाओं की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि यह सेवा कार्य न केवल उत्तराखंड की प्रशासनिक दक्षता को दर्शाता है, बल्कि शिवभक्तों के प्रति राज्य की संवेदनशीलता और समर्पण का भी प्रतीक है। उन्होंने विशेष रूप से स्वास्थ्य सेवाओं, पेयजल आपूर्ति, ट्रैफिक प्रबंधन, सफाई व्यवस्था और सुरक्षा उपायों की सराहना की।
राज्यपाल ने कहा कि कांवड़ यात्रा एक विशाल धार्मिक आयोजन है, जो आस्था, श्रद्धा और अनुशासन का अद्वितीय उदाहरण है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे अपनी क्षमता से अधिक भार की कांवड़ न उठाएं और ऋषियों-मुनियों की ओर से निर्धारित मर्यादाओं का पूर्ण पालन करें।
बैठक के दौरान राज्यपाल ने यह सुझाव भी दिया कि कांवड़ यात्रा पर आधारित एक “कॉफी टेबल बुक-2025” तैयार की जाए, जिसमें व्यवस्थाओं, सेवाओं, चुनौतियों और श्रद्धालुओं की आस्था के सुंदर चित्रण को संजोया जाए।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल, एसपी जितेंद्र मेहरा, एएसपी जितेंद्र चौधरी सहित अन्य अधिकारियों ने राज्यपाल को विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर राज्यपाल ने सेवा कार्य में समर्पित बावर्ची सुरेश रावत को सम्मानित भी किया।
राज्यपाल ने कहा कि शिवभक्तों की भक्ति, अनुशासन और समर्पण वास्तव में प्रेरणादायक है, जो उत्तराखंड की सांस्कृतिक गरिमा और आध्यात्मिक पहचान को सशक्त बनाते हैं।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
