Assam

राजभवन असम में उत्तराखंड स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए राज्यपाल

असम राजभवन उत्तराखंड स्थापना दिवस समारोह में शामिल होते हुए राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य।

गुवाहाटी, 10 नवम्बर (Udaipur Kiran) । विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्थापना दिवस मनाने की अपनी पहल को आगे बढ़ाते हुए, असम राजभवन में सोमवार को उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य के नेतृत्व में राजभवन के कॉन्फ्रेंस हॉल में संपन्न हुआ।

इस अवसर पर राज्यपाल आचार्य ने उत्तराखंड राज्य के गठन की 25वीं वर्षगांठ पर वहां के लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज हम सब एक पवित्र क्षण के साक्षी हैं, यह वह क्षण है जो हमारे हृदय को गर्व और उल्लास से भर देता है। हम सभी यहां उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस मनाने के लिए एकत्र हुए हैं।

राज्यपाल ने स्मरण किया कि उत्तराखंड का गठन 9 नवम्बर, 2000 को हुआ था। उन्होंने उन महान आत्माओं को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने राज्य के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाई थी। उन्होंने उत्तराखंड की 25 वर्षों की यात्रा को संघर्ष, परिश्रम और गौरव की कहानी बताते हुए राज्य की अवसंरचना, अर्थव्यवस्था और पर्यावरण क्षेत्र में उपलब्धियों की सराहना की।

‘देवभूमि’ कहे जाने वाले उत्तराखंड की भव्यता का उल्लेख करते हुए राज्यपाल आचार्य ने कहा कि यह वह भूमि है जहां प्रकृति, संस्कृति और अध्यात्म एक साथ सांस लेते हैं, जहां हिमालय आकाश को छूता है और गंगा-यमुना की उत्पत्ति होती है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना का जीवंत प्रतीक है, जो देश के विभिन्न हिस्सों को एकता के सूत्र में पिरोता है।

राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड केवल पर्वतों की भूमि नहीं, यह हृदयों की भूमि है। जब देवभूमि की आस्था पूरे राष्ट्र की भावना से जुड़ती है, तब ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का सपना साकार होता है।

कार्यक्रम में अनेक गणमान्य व्यक्तियों, उत्तराखंड के प्रतिनिधियों तथा राजभवन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया।

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(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश