
जयपुर, 22 जून (Udaipur Kiran) । नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने शहीद स्मारक पर चल रहे धरने के दौरान कहा कि आज हमें दो महीने हो चुके है युवाओं और छात्रों को न्याय दिलाने की यह लड़ाई अब निर्णायक दौर में पहुंचने की तैयारी में है। उन्होंने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि डॉक्टर राकेश बिश्नोई की आत्महत्या हो या 2021 की एसआई भर्ती में हुआ घोटाला —हर मामले में सरकार की भूमिका संवेदनहीन और टालमटोल वाली रही है।
सरकार को आड़े हाथों लेते हुए बेनीवाल ने कहा कि जब एक होनहार डॉक्टर को संस्थागत उत्पीड़न के चलते अपनी जान लेनी पड़ी, तब भी सरकार चुप बैठी रही ये तो हम सड़कों पर उतरे तब न्याय मिला
एसआई भर्ती घोटाले को लेकर उन्होंने कहा कि पेपर लीक, नकल गिरोह की संलिप्तता और फर्जी अभ्यर्थियों की भागीदारी जैसे गंभीर मामलों के बावजूद सरकार ने भर्ती को रद्द नहीं किया। इससे साफ है कि सरकार युवाओं के भविष्य के साथ समझौता कर रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि आरपीएससी जैसी संवैधानिक संस्था अब भरोसे के संकट से गुजर रही है, और इसके पुनर्गठन के बिना किसी भी भर्ती की पारदर्शिता की उम्मीद नहीं की जा सकती।
भाजपा सरकार को घेरते हुए बेनीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को यह समझना होगा कि जनभावनाओं को नजरअंदाज करने की कीमत सत्ता को चुकानी पड़ेगी। यह सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है – न युवाओं को नौकरी मिल रही है, न किसानों को राहत और न ही छात्रों को न्याय।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने जल्द निर्णायक कदम नहीं उठाए तो यह आंदोलन अब दिल्ली की ओर बढ़ेगा और पूरे देश को इस अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद की जाएगी।
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(Udaipur Kiran)
