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हिमाचल में रेस्ट हाऊसों का किराया बढ़ाने पर विचार करेगी सरकार : सुक्खू

सदन में मुख्यमंत्री सुक्खू

शिमला, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश में रेस्ट हाउस का किराया बढाने पर विचार करेगी। शिमला में चल रहे प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र में गुरूवार को प्रश्नकाल के दौरान कसौली के विधायक विनोद सुलतानपूरी के सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने यह बात कही। विनोद सुलतानपूरी ने चिंता जताई कि बाहर से आने वाले पर्यटक कैटरिंग का सामान साथ लाकर स्थानीय लोगों के रोजगार पर असर डाल रहे हैं। साथ ही उन्होंने कसौली के रेस्ट हाउस की खस्ता हालत और प्रदेश में रेस्ट हाउस का किराया बेहद कम होने का मुद्दा उठाया। इस पर मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार रेस्ट हाउस का किराया बढ़ाने पर विचार करेगी। उन्होंने कहा कि पर्यटकों द्वारा बाहर से सामान लाए जाने के मामले में भी सरकार देखेगी कि क्या कदम उठाए जा सकते हैं।

वहीं, मनाली के विधायक भुवनेश्वर गौड के सवाल के जवाब में सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र मनाली में जिन पुराने घरों में होम स्टे चल रहे है वहां पर अग्निशमन विभाग से एनओसी पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा।

उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने इंदौरा के विधायक मलेंद्र राजन के सवाल के जवाब में कहा कि अब समितियों का पंजीकरण एसडीएम के माध्यम से किया जाएगा। इससे पहले कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने मूल सवाल के जवाब में जानकारी दी कि दुग्ध सहकारी समितियों को सरकार तीन रुपये प्रति लीटर की दर से दूध उपलब्ध करा रही है और परिवहन अनुदान भी दे रही है। इंदौरा क्षेत्र में आठ समितियां पंजीकृत हैं, जिनमें से छह से रोजाना औसतन 2720 लीटर दूध एकत्र किया जा रहा है।

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने चौपाल के विधायक बलबीर वर्मा के सवाल के जवाब में कहा कि वे अपने क्षेत्र के विकास के लिए नया प्रस्ताव मुख्यमंत्री को भेजें, सरकार सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी। उन्होंने पिछली जयराम सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि उस कार्यकाल में 12 हजार करोड़ रुपये जारी किए गए थे, लेकिन खर्च नहीं हुए और बैंकों में पड़े रहे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अब यह राशि वापस ट्रेजरी में जमा की गई है और नई प्रपोजल के आधार पर संबंधित क्षेत्रों में लौटाई जाएगी।

बड़सर के विधायक इंद्र दत्त लखनपाल ने कहा कि बड़सर के अस्पताल में डॉक्टरों की भारी कमी है और यह रेफरल अस्पताल बनकर रह गया है। उन्होंने सरकार से पूछा कि क्या इसे आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाया जाएगा। इस पर स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि बड़सर का नागरिक अस्पताल आदर्श स्वास्थ्य संस्थान के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां 6 विशेषज्ञ डॉक्टर, 8 स्टाफ नर्स और 2 ऑपरेशन थियेटर असिस्टेंट तैनात करने के प्रयास जारी हैं। साथ ही आधुनिक मशीनें और उपकरण चिकित्सा सेवा निगम के माध्यम से खरीदे जा रहे हैं।

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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा

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