
सिरसा, 10 जुलाई (Udaipur Kiran) । अकाल पंथक मोर्चा के सदस्यों ने कहा कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में चल रही खींचतान में सरकार दखल अंदाजी न करें। मार्चा के सदस्य वीरवार को सिरसा के गुरुद्वारा श्री दसवीं पातशाही में मीडिया से रूबरू हुए और सरकार प्रधान थोपने के आरोप लगाए।
मोर्चा सदस्य कुलदीप सिंह, कर्मजीत सिंह, गुरमेज सिंह, हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि एक लंबी लड़ाई के बाद हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव हुए जिसमें निष्पक्ष सदस्य चुने गए लेकिन जब बात प्रधान की आई तो बिना किसी चुनाव के, मनमर्जी से प्रधान थोप दिया, जो सिख समाज को मंजूर नहीं है। हमें उम्मीद थी कि अब हरियाणा के गुरुद्वारों की सहीं ढंग से देखभाल होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कमेटी के सदस्यों ने धर्म प्रचारक बलजीत सिंह दादूवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब भी ऑडिट की बात आती हैं तो इसमें दादूवाल हस्तक्षेप करते हैं, जो कि गलत है।
इस पर सरकार को रोक लगानी चाहिए, क्योंकि अगर ऐसे लोग दखलअंदाजी करेंगे तो फिर गुरुद्वारा का कार्य कैसे होगा। उन्होंने कहा कि अगर संविधान के अनुसार प्रधान के लिए सही चुनाव होता या फिर बहुमत से प्रधान चुना जाता तो हम इसे स्वीकार भी करते। सदस्यों ने साफ कहा कि कमेटी को चलाने के लिए सरकार को निष्पक्ष प्रधान नियुक्त करना चाहिए। लोकतांत्रिक प्रणाली में सभी की राय जरूरी है, न कि किसी एकपक्षीय फैसले को थोपा जाए।
कमेटी सदस्यों ने कहा कि वे सरकार के इस फैसले को चुनौती देंगे। कमेटी के संविधान का बारीकी से मंथन किया जा रहा है, शीघ्र ही आगे की रणनीति बनाएंगे और हर हाल में प्रधानगी को संशोधित करवा जाएगा। इसके लिए सरकार पर दबाव बनाने का काम करेंगे, तभी सरकार निष्पक्ष दखलअंदाजी करेगी और चुनाव के जरिए प्रधान का चयन होगा। उन्होंने कहा कि इलेक्शन द्वारा करवाने के लिए अकाल पंथक मोर्चा द्वारा गुरुद्वारा इलेक्शन कमीशन में 2 याचिकाएं भी दायर की जा चुकी हैं।
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(Udaipur Kiran) / Dinesh Chand Sharma
