
उत्तरकाशी, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) ।जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण परियोजनाओं की प्रगति पर सेना के अधिकारियों के साथ चर्चा की है। सीमा क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं के विकास पर गहन मंथन किया गया।
शुक्रवार को जिलाधिकारी के अध्यक्षता में सेना एवं सम्बंधित अधिकारियों के साथ सिविल मिलेट्री लाइजन की बैठक हुई। बैठक में सीमा क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं के विकास तथा सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण परियोजनाओं की प्रगति पर विस्तृत चर्चा की गई। जादुंग एवं नेलांग गांवों में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापना,आरओ प्लांट लगाने,नेलांग गांव के पास दर्शनीय स्थल निर्माण, कैफे निर्माण तथा झाला में एप्पल प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित करने करने के अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्गत करने के संबंध में विचार-विमर्श किया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि सीमांत के वाइब्रेट विलेज में बुनियादी सुविधाओं का विकास सरकार की प्राथमिकता है और इन परियोजनाओं से स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटन विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश देते हुए कहा कि वाइब्रेट विलेज में ऊर्जा, पेयजल संयोजन, पर्यटन आधारित परियोजनाओं के प्रस्तावों पर तेजी से कार्य किए जाए। ताकि स्थानीय स्तर पर नागरिकों को सुविधा मिल सके। जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों से आवश्यक औपचारिकताएं समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने तथा एनओसी निर्गत प्रक्रिया को पारदर्शी एवं सुगम बनाने पर जोर दिया।
हर्षिल क्षेत्र के पर्यटन,संस्कृति और हस्तशिल्प को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने हेतु हर्षिल हैरिटेज फेस्टिवल के आयोजन पर भी विस्तृत चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने 25 से 31 दिसम्बर के बीच हर्षिल हैरिटेज महोत्सव के आयोजन कराने तथा मेले की अवधि और गतिविधियों को लेकर विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए।
बैठक में कर्नल हर्षवर्धन शेखावत, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शार्दूल गुसाई, जय पंवार भौतिक रूप से एवं उपनिदेशक गंगोत्री नेशनल पार्क हरीश नेगी, सीडीओ एसएल सेमवाल, एसडीएम शालनी नेगी, जिला पर्यटन अधिकारी केके जोशी आदि जुड़े रहे।
(Udaipur Kiran) / चिरंजीव सेमवाल
