


– मुख्यमंत्री ने लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा और वन विभाग के 877 अधिकारी-कर्मचारियों को प्रदान किए नियुक्ति एवं पदस्थापना आदेश
भोपाल, 07 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने के लिये हमारी सरकार प्रतिबद्धतापूर्वक कार्य कर रही है। लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा और वन विभाग के 877 पदों के लिए चयनित अधिकारी-कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान कर हम अपना वादा पूरा करने की तरफ एक कदम और बढ़ा रहे हैं। यह नियुक्तियां विकसित मध्य प्रदेश के हमारे सामूहिक संकल्प का एक पड़ाव है। हमें आत्मनिर्भर और विकसित भारत के लिए आत्मनिर्भर और विकसित मध्य प्रदेश की नींव मजबूत करनी है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में वन एवं स्वास्थ्य विभाग के नियुक्ति एवं पदस्थापना आदेश वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वन जहां बेहतर पर्यावरण का आधार है, वहीं स्वास्थ्य विभाग जनसामान्य के जीवन और स्वास्थ्य की रक्षा करता है। वन विभाग और लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग की सेवा में आज प्रवेश ले रहे अधिकारी-कर्मचारी मजबूत, सुरक्षित, समृद्ध और स्वस्थ मध्य प्रदेश के निर्माण में पूरी प्रतिबद्धता से अपना योगदान देंगे, हम ऐसी अपेक्षा करते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल भी उपस्थित थे।
जनता का विश्वास शासकीय सेवक की सबसे बड़ी पूंजी है
मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त अधिकारी-कर्मचारियों को प्रेरित करते हुए कहा कि भारत रत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम कहते थे कि ‘सपना वो नहीं, जो आप सोते हुए देखते हैं, सपना वो है, जो आपको सोने नहीं देता।’ शासकीय सेवा में प्रवेश एक उपलब्धि के साथ-साथ बड़ी जिम्मेदारी भी है। जनता का विश्वास शासकीय सेवक की सबसे बड़ी पूंजी है। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं को त्वरित, विश्वसनीय और अधिक प्रभावी बनाने में नए अधिकारी-कर्मचारियों का भी सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा कि वन विभाग वनों के संरक्षण, संवर्धन, पर्यावरण संतुलन और जैव विविधता के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है। आशा है नए वन संरक्षक और अधिकारी, जंगलों की सुरक्षा, वन जीवों की देखभाल के साथ-साथ पर्यावरण और स्थानीय समुदायों की आजीविका के क्षेत्र में प्रभावी कार्य करेंगे।
वन क्षेत्रपाल, वनरक्षकों, एनेस्थेसिया विशेषज्ञों, सर्जन, शिशु रोग विशेषज्ञ और नर्सिंग ऑफिसर्स को नियुक्ति पत्र प्रदान किए
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रतीक स्वरूप मनीषा मुकाती, रवि यादव, सोमेश शर्मा व नीरज अंब को वन क्षेत्रपाल के निुयक्ति पत्र प्रदान किए। इसी प्रकार चंद्रपाल सिंह तोमर, कुमारी हिमांगिनी राहंगडाले और अंजना परते को वन रक्षक के नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत डॉ. नेहानंदन चौरसिया, डॉ. राम आशीष शुक्ला, डॉ. मंजूलता आर्य, डॉ. जितेन्द्र कैथवाल, डॉ. भूमा भावना और डॉ. नितिन कुमार को नियुक्ति पत्र सौंपे गए। उल्लेखनीय है कि वन विभाग द्वारा नवनियुक्त 76 वन क्षेत्रपाल और 467 वनरक्षकों को आज नियुक्ति पत्र जारी किए गए। लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में नवनियुक्त 75 एनेस्थेसिया विशेषज्ञों, 62 सर्जन, 106 शिशु रोग विशेषज्ञ ओर 91 नर्सिंग ऑफिसर्स को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए।
कर्मयोगी के समान हो सेवा का भाव
लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने कहा कि सरकार के प्रयास तभी सफल होंगे, जब समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को सरकार की योजनाओं का लाभ मिले। प्रदेशवासियों की कर्मयोगी के समान सेवा से नवनियुक्त अधिकारी-कर्मचारियों को सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त होगी।
मध्य प्रदेश पर्यावरण संरक्षण में दे रहा है महत्वपूर्ण योगदान
अपर मुख्य सचिव अशोक बर्णवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश देश के सबसे बड़े वन क्षेत्र का संधारण कर रहा है। यह गर्व का विषय है कि हमारे प्रदेश के वनों की गुणवत्ता भी श्रेष्ठ है और प्रदेश में सघन वनों के क्षेत्र फल में डेढ़ गुना विस्तार हुआ है। अधिकांश वन्य प्राणियों की संख्या में मध्य प्रदेश, देश में प्रथम है। यह संकेतक बताते हैं कि मध्यप्रदेश पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। वन क्षेत्र की यह उपलब्धियां वनरक्षकों के योगदान से ही संभव हुई हैं। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव संदीप यादव तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) तोमर