
रांची, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । मारवाड़ी महिला मंच की ओर से आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के पंचम दिवस में गुरु मां चैतन्य मीरा ने गुरुवार को श्रीकृष्ण की बाल और गोवर्धन लीलाओं का मार्मिक वर्णन किया। कथा के दौरान श्रद्धालुओं ने कहा कि यहां आकर ऐसा लग रहा मानो रांची ब्रज धाम में बदल गया हो और श्रद्धालु स्वयं भगवान की लीलाओं का साक्षात दर्शन कर रहे हों।
इस अवसर पर गुरु मां ने पूतना वध प्रसंग सुनाते हुए कहा कि जिसने भी क्षणभर के लिए प्रभु को अपना माना, भगवान ने उसे मोक्ष प्रदान किया। इंद्र के अभिमान भंजन और गिरिराज पर्वत की पूजा का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि कलयुग में गिरिराज पर्वत, यमुना महारानी और तुलसी मैया साक्षात देव रूप में पूजनीय हैं। कथा के बाद गिरिराज जी की झांकी सजाई गई और 56 भोग अर्पित किए गए। इस दौरान भक्ति भजनों पर श्रद्धालु झूम उठे।
इस अवसर पर समिति की सदस्यों ने नेत्रदान, अंगदान और त्वचा दान को लेकर जागरूकता भी फैलाई।
कार्यक्रम में रूपा अग्रवाल, अनसूया नेवटिया, अलका सरावगी, मधु सर्राफ, उर्मिला पाड़िया सहित बड़ी संख्या में मंच की महिला सदस्य मौजूद थीं।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
