
पन्ना, 16 अगस्त (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश की हीरा नगरी पन्ना में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव भगवान जुगल किशोर मंदिर के लिए खास रूप से मनाया जा रहा है। जिसमें मध्य प्रदेश संस्क्रति विभाग द्वारा श्रीकृष्ण पर्व का भी आयोजन किया जा रहा है। वहीं जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण और राधारानी का करोड़ों के हीरे और नौरत्न जड़ित गहनों से श्रृंगार किया गया।
राजशाही जमाने में भगवान को समर्पित किए गए इन भारी भरकम गहनों और मथुरा-वृंदावन से लगाई गई विशेष पोशाक से श्रृंगार के बाद भगवान जुगल किशोर और राधारानी की प्रतिमा का सौंदर्य देखते ही बन रहा था। सदियों पुराने इन गहनों से श्रुंगार के बाद भगवान की एक झलक पाने के लिए लोग लालायित दिखे। दोपहर में आरती और भोग के बाद भगवान के पट श्रद्धालुओं के लिए बंद हुए। मंदिर के पुजारियों ने 3 बजे के बाद भगवान को मथुरा- वृंदावन से लाई गई विशेष पोषक पहनाई और नवरत्न जड़ित गहनों से श्रंगार किया।
एक पखवाड़े से चल रही थीं तैयारियांः-
जन्माष्टमी महोत्सव के लिए भगवान जुगल किशोर मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया था। दूर से ही मंदिर का सौंदर्य निहारते ही बन रहा है। दिनभर मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। रात में प्रकटोत्सव के समय इस कदर भीड़ थी कि मंदिर के अंदर पहुंचना दूर की बात थी।
मथुरा-वृंदावन से मंगवाए वस्त्रः-
मिनी वृंदावन कहे जाने वाली नगरी पन्ना में भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के लिए मथुरा-वृंदावन से भगवान के लिए वस्त्र और श्रृंगार सामग्री मंगवाई गई थी लेकिन पोशाक तैयार पन्ना में ही की गयी ।
मुकुट में हीरा जड़ित कलगी, पन्ना और नौ रत्न जड़ित ब्रेसलेटः-
सदियों पुराने गहनों से श्रृंगार के बाद भगवान का सौंदर्य देखते ही बन रहा था। भगवान के मुकुट में हीरे जड़ित कलगी लगाई गई. भगवान श्री युगल किशोर जी को हीरा जडित सोने की मुरली धारण कराई गई। हीरा जड़ित दो सोने के बाजूबंद पहनाए गए। दो ब्रेसलेट पहनाए गए इन ब्रेसलेट में एक में पन्ना रत्न जड़ा है तो दूसरे मंव सोने के बेस में नवरत्न जड़े हैं। राधारानी को हीरा जड़ित 14 ग्राम वजन की बंदी, साढ़े 13 ग्राम से अधिक हीरा जड़ित सोने की नथ 90 ग्राम सोने की एक जोड़ी सोने की पायल, नवरत्न जड़ित मोती की माला और दो नग बाजूबंद पहनाकर श्रृंगार किया गया।
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(Udaipur Kiran) / सुरेश पांडे
