
रांची, 21 जुलाई (Udaipur Kiran) । वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी के पुत्र कृष अंसारी से जुडे विवाद पर सोमवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि कृष अंसारी का वायरल वीडियो देखकर यह स्पष्ट है कि उन्होंने सिर्फ मरीजों का हालचाल पूछा, कोई प्रशासनिक हस्तक्षेप नहीं किया।
मंत्री ने कहा कि वीडियो में कृष मरीजों से यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि कोई तकलीफ हो तो बताइएगा। इससे साफ है कि वह केवल संवेदनशीलता के भाव से अस्पताल पहुंचे थे। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम को बेवजह राजनीतिक रंग दिया जा रहा है, जो उचित नहीं है।
उन्होंने बताया कि कृष अंसारी वर्तमान में सिविल इंजीनियरिंग के प्रथम वर्ष के छात्र हैं और फर्स्ट सेमेस्टर में 92.01 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। हाल में अपने ट्यूटर आदित्य कुमार झा के पिता की तबीयत खराब होने की जानकारी मिलने पर वे रिम्स अस्पताल गए थे। वहां उन्होंने 2500 रुपए की आर्थिक मदद भी दी।
राधाकृष्ण किशोर के अनुसार, जब कृष अस्पताल से लौट रहे थे तो आसपास के कुछ मरीजों से भी सामान्य बातचीत की और उनका हालचाल जाना। वीडियो में कहीं भी ऐसा नहीं है कि उन्होंने किसी डॉक्टर, नर्स या अस्पताल प्रबंधन को कोई निर्देश दिया हो या अधिकारी की तरह व्यवहार किया हो। वित्त मंत्री ने इसे पूरी तरह से मानवीय और सामाजिक जिम्मेदारी बताया। साथ ही विपक्ष से अपील किया कि इस मामले को बेवजह राजनीतिक तूल न दें। मंत्री ने कहा कि कृष की ओर से कहा गया है कि इस घटनाक्रम से वे काफी आहत हैं और यह पूरी तरह व्यक्तिगत और मानवीय पहल थी, न कि कोई सियासी स्टंट था।
—————
(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
