
बांदा, 3 अगस्त (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के बांदा जनपद की गिरवां थाना पुलिस ने मानव सेवा का भी प्रतीक होती है। करीब डेढ़ वर्ष से लापता एक मानसिक रूप से मंद महिला को उसके परिजनों से मिलवाकर एक मिसाल कायम की है।
जानकारी के मुताबिक, 31 जुलाई 2025 को गिरवां थाना क्षेत्र स्थित मां विंध्यवासिनी मंदिर परिसर के पास एक मानसिक रूप से अस्थिर महिला घूमती मिली। थानाध्यक्ष चन्द्रप्रकाश तिवारी के निर्देशन में महिला को थाने लाया गया। उसे भोजन व देखभाल उपलब्ध कराते हुए उसकी पहचान के प्रयास शुरू किए।
महिला की बातों से मिले अस्पष्ट सुरागों के आधार पर जब जांच की गई, तो पता चला कि महिला राजस्थान की राजधानी जयपुर के शहीद अब्दुल नगर, थाना जालूपुरा की रहने वाली है। महिला की पहचान रुबीना पत्नी माजिद के रूप में हुई, जो मानसिक अस्वस्थता के चलते काफी समय पहले अपने घर से भटक गई थी।
फोन पर जब पुलिस ने रुबीना के परिजनों से संपर्क किया, तो उन्होंने पुष्टि की कि वे लंबे समय से उसकी तलाश कर रहे थे, लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण बांदा तक नहीं आ सके।
ऐसे में पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल के आदेश व अपर पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में गिरवां थानाध्यक्ष ने मानवीय पहल करते हुए महिला को सुरक्षित उसके घर तक पहुंचाने का निर्णय लिया। आरक्षी प्रहलाद, महिला आरक्षी सोनी एवं चांदनी के नेतृत्व में पुलिस टीम निजी वाहन से महिला को जयपुर लेकर पहुंची और 2 अगस्त 2025 को उसे सकुशल परिजनों को सौंप दिया।
परिजनों ने गिरवां पुलिस की इस मदद के लिए धन्यवाद देते हुए कभी नहीं भूलने वाला सहयाेग बताया। इस घटना की पुष्टि थानाध्यक्ष गिरवा चंद्र प्रकाश तिवारी ने की।
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(Udaipur Kiran) / अनिल सिंह
