
अमेठी, 1 अगस्त (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के गौरागंज क्षेत्र में शुक्रवार को संदिग्ध परिस्थितियों में घर के अंदर फांसी के फंदे से लटकती हुई नाबालिग लड़की मिली। घटना के वक्त लड़की घर में अकेली थी। परिजन फांसी के फंदे से लड़की को उतार कर जिला अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
गौरीगंज कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत जयसिंह का पुरवा गांव निवासी नंदलाल कनौजिया की नाबालिक पुत्री अंतिमा (17) को घर वालों ने शुक्रवार को घर के अंदर बने कमरे में फांसी के फंदे से लटकता पाया। घटना के वक्त अंतिमा घर पर अकेली थी। वह कक्षा 12 में पढ़ने वाली छात्रा थी। उसकी मां अपने बीमार बेटे का इलाज कराने के लिए रायबरेली गई थी। अंतिमा के पिता धान में खाद डालने खेत गए हुए थे। जब वह खेत से घर वापस आए तो घर के कमरे का दरवाजा बंद मिला। पुलिस के अनुसार जिस कमरे में अंतिमा फांसी के फंदे से लटक रही थी उस कमरे में दो दरवाजे थे और दोनों अंदर से बंद थे। पिता ने सीढ़ी लगाकर ऊपर से देखा तो बेटी फांसी के फंदे से झूली हुई दिखी। पिता के चिल्लाने और शोर मचाने पर आसपास के लोग इकट्ठा हुए और दरवाजा तोड़कर लड़की को फांसी काे फंदे से उतारते हुए जिला अस्पताल लेकर पहुंच गए। जहां पर डॉक्टरों ने लड़की को मृत घोषित कर दिया।
गौरीगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर जिलेदार यादव ने बताया कि जिला अस्पताल से मेमो आने के बाद पुलिस को सूचना मिली। जिला अस्पताल से प्राप्त मेमो के आधार पर पुलिस ने लड़की की लाश को कब्जे में लेकर पंचायतनामा भरते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इसी के साथ पुलिस आगे की कार्यवाही में जुटी हुई है।
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(Udaipur Kiran) / लोकेश त्रिपाठी
