Jharkhand

देश के आंदोलन में नकली गांधी परिवार का कोई योगदान नहीं : गिरिराज सिंह

कार्यक्रम

रांची, 26 जून (Udaipur Kiran) । भारतीय इतिहास के काला दिन आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर गुरुवार को भाजपा, महानगर कार्यालय में संगोष्ठी और आपातकाल से संबंधित प्रदर्शनी का आयोजन हुआ।

संगोष्ठी में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बताया कि किस प्रकार हाई कोर्ट के आदेश के विरोध में जाकर सिर्फ अपनी सत्ता बचाने के लिए इंदिरा गांधी ने देश को आपातकाल की आग में झोंका। आपातकाल के समय पूरे देश के शीर्ष नेताओं को जबरन जेल में डाला गया या नजरबंद किया गया। प्रेस की भी आजादी पर पाबंदी थी, उस दौरान दूरदर्शन को इंदिरा दर्शन के नाम से जाना जाता था। आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर भारत देश में नई पीढ़ी को आपातकाल में किए गए निरंकुश लोगों के प्रति जागरूक करना बेहद जरूरी है। उन्हें यह बताना भी जरूरी है कि जिनके बाप दादा ने भारत के संविधान को ताक पर रखा वे आज संविधान बचाओ संविधान बचाव का ढोंग कर रहे हैं।

विधायक सीपी सिंह ने कहा कि मीसा जैसे काला कानून के विरोध में झारखंड में आदिवासियों ने भी बहुत बढ़-चढ़ कर अपनी भागीदारी निभाई और हजारों लोगों को सरकार ने जेल में ठूंस दिया गया।

वहीं हटिया विधायक नवीन जायसवाल ने कहा कि जिनकी दादी ने संविधान को कुचल कर देश की लोकतंत्रता पर बदनुमा दाग लगाया वही आज कांग्रेस के पोस्टर ब्वॉाय संविधान की प्रति लहराते हैं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रांची महानगर के अध्यक्ष वरुण साहू ने कहा कि जिन्हें यह तक पता नहीं है कि संविधान में कितने पन्ने होते हैं वे संविधान के हित और हिफाजत की बात करते हैं। मौजूदा झारखंड सरकार का भी उद्देश्य एक तरह से झारखंड में अघोषित आपातकाल की स्थिति पैदा करने जैसी है, लेकिन भाजपा के कार्यकर्ता हेमंत सोरेन की इस भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

संगोष्ठी के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, विधायक क सिंह, नवीन जायसवाल ने ब्लूम क्राफ्ट फाउंडेशन की ओर से आपातकाल पर लिखी पुस्तक का अनावरण, पौधरोपण एवं आपातकाल से जुड़ी प्रदर्शनी का भी लोकार्पण किया।

कार्यक्रम में सूर्यमणि सिंह, सत्येंद्र मल्लिक, प्रमोद मिश्रा, राम प्रसाद चालान, शिव गोविंद पांडे, रामचंद्र नायक, रामचंद्र केसरी, राजेंद्र पांडे, सुदर्शन चौबे सहित अन्य उपस्थित थे।

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(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे

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