
नैनीताल, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) ।उत्तराखंड सरकार के संस्कृति विभाग के अधीन संचालित उत्तराखंड भाषा संस्थान ने वर्ष 2024 और 2025 के लिए दीर्घकालीन साहित्यसेवी सम्मान प्राप्त करने वाले साहित्यकारों की घोषणा कर दी है। यह सम्मान प्रतिष्ठित साहित्यकारों, लोकगायकों और जनकवियों को उनकी अमूल्य रचनात्मक सेवाओं के लिए दिया जाता है।
संस्थान के अनुसार, वर्ष 2024 का सम्मान दिवंगत जनकवि स्वर्गीय गिरीश तिवारी गिर्दा, प्रसिद्ध साहित्यकार स्वर्गीय शैलेश मटियानी और वरिष्ठ साहित्यकार सोमवारी लाल उनियाल को और वर्ष 2025 का सम्मान विख्यात कुमाउनी कवि स्वर्गीय शेरदा अनपढ़, कुमाउनी लोकगायक हीरा सिंह राणा और जनकवि अतुल शर्मा को रविवार 14 सितंबर को राजधानी देहरादून स्थित आईआरडीटी सभागार में दिया जाएगा।
उत्तराखंड भाषा संस्थान का यह प्रयास प्रदेश के साहित्यिक धरोहर को संजोने और नई पीढ़ी तक पहुंचाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम और साहित्य, भाषा और संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन में योगदान देने वाले रचनाकारों की उपलब्धियों को रेखांकित करने का प्रयास माना जा रहा है।
बताया गया है कि इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कार्यक्रम में प्रदेश के साहित्य, संस्कृति और कला जगत से जुड़े अनेक गणमान्य लोग भी आमंत्रित किये गये हैं।
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
