जम्मू, 30 जून (Udaipur Kiran) । कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता और एआईसीसी महासचिव गुलाम अहमद मीर ने सोमवार को सिविल सचिवालय श्रीनगर में जन समस्याओं को लेकर दो मंत्रियों से मुलाकात की और डोरू समेत पूरे जम्मू-कश्मीर के लोगों से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर गंभीर चर्चा की। जल शक्ति, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण मंत्री जावेद राणा से मुलाकात के दौरान मीर ने डोरू क्षेत्र में सिंचाई परियोजनाओं को समय पर पूरा करने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने ब्रिंगी राइट नहर परियोजना का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि इसका 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है और शेष कार्य समय पर पूरा कर लेने से बड़े कृषि क्षेत्र को सिंचाई लाभ मिलेगा।
मीर ने डेडिबल डोरू पायीन नहर की संभावनाओं का भी उल्लेख किया और मंत्री से अनुरोध किया कि इस नहर के लिए डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने की प्रक्रिया शीघ्र आरंभ की जाए। इसके अलावा उन्होंने 2014 की बाढ़ के बाद से बंद पड़ी चेनीगुंड सिंचाई जलाशय की मरम्मत की मांग की, जो क्षेत्र की कृषि अर्थव्यवस्था के लिए बेहद आवश्यक है। उन्होंने मंजमू और आसपास के गांवों के लिए विशेष जल आपूर्ति योजना तथा अकींगम, हार्डपोरा, हाकुरा, दमहाल, नौपोरा और शंकरपोरा गांवों में सिंचाई के लिए बोरवेल लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि ये बोरवेल आपात स्थिति में किसानों के लिए जल आपूर्ति के एक अहम साधन बन सकते हैं।
गुलाम अहमद मीर ने जल शक्ति मंत्री से अनुरोध किया कि संबंधित विभागीय अधिकारियों की आपात बैठक बुलाकर इन मुद्दों पर तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। इसके बाद मीर ने स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और समाज कल्याण मंत्री सकीना इत्तू से मुलाकात की और डोरू क्षेत्र में स्वास्थ्य ढांचे की कमी पर चिंता जताई। उन्होंने डोरू अस्पताल भवन के उपयोग और वहां स्टाफ की कमी को दूर करने की मांग की। साथ ही क़मर पीएचसी में भी डॉक्टरों की नियुक्ति पर बल दिया। उन्होंने नौगाम शहाबाद में एक नए अस्पताल और हाकुरा बोडसगाम में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) के निर्माण की मांग की। साथ ही सागम पीएचसी को चौबीस घंटे कार्यशील बनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया, क्योंकि यह क्षेत्र बड़ी आबादी की सेवा करता है। मीर ने कहा कि सरकार को इन मांगों पर शीघ्र कार्रवाई करनी चाहिए ताकि जनता को राहत मिल सके और बुनियादी सुविधाएं सुलभ हो सकें।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
