Uttar Pradesh

भूगोल विभाग, दी.द.उ. गोरखपुर विवि गोरखपुर ने किया गोरखपुर मंडल में जल जीवन मिशन का मूल्यांकन*

भूगोल विभाग, दी.द.उ. गोरखपुर विवि गोरखपुर ने किया गोरखपुर मंडल में जल जीवन मिशन का मूल्यांकन*
भूगोल विभाग, दी.द.उ. गोरखपुर विवि गोरखपुर ने किया गोरखपुर मंडल में जल जीवन मिशन का मूल्यांकन*

गोरखपुर, 26 जुलाई (Udaipur Kiran) ।* जल जीवन मिशन के प्रभाव के आंकलन हेतु अंतरराष्ट्रीय स्वयं सेवी संगठन *वाटर ऐड इंडिया और दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विवि गोरखपुर के भूगोल विभाग* के द्वारा एक संयुक्त अध्ययन किया गया। जल जीवन मिशन, हर घर जल योजना 2019 में तहत भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक योजना है, जिसका उद्देश्य 2024 तक दीर्घकालिक आधार पर नियमित रूप से प्रति व्यक्ति प्रति दिन प्रत्येक ग्रामीण परिवार को 55 लीटर नल का पानी उपलब्ध कराना था। इस सम्बन्ध में शासन द्वारा जल जीवन मिशन कार्यक्रम के ग्रामीण भारत पर पड़ने वाले प्रभाव् का मूल्यांकन करना सरकार का उद्देश्य था। इस कार्य को सफल बने हेतु अंतरराष्ट्रीय स्वयं सेवी संगठन वाटर ऐड इंडिया और गोरखपुर विवि गोरखपुर के भूगोल विभाग के द्वारा एक संयुक्त अध्ययन किया गया। जिसमें गोरखपुर मंडल के तीन जिलो गोरखपुर, कुशीनगर और महराजगंज में साक्षात्कार, सामूहिक परिचर्चा, ट्रांजिट वाक और व्यक्तिगत अवलोकन के माध्यम से आठ स्टेकहोल्डर से प्रतिक्रिया ली गयी, जिससे प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक जल जीवन मिशन योजना ने स्वस्थ्य, शिक्षा, आर्थिक विकास और सामाजिक समरसता के क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव दिए हैं. प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार स्वच्छ जल की उपलब्धता, से ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रामक रोगों में कमी, उदर रोग, त्वचा रोग, आदि समस्या से राहत मिली है।

उपरोक्त सर्वेक्षण भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. शिवाकांत सिंह एवं सहायक आचार्य डॉ दीपक प्रसाद के अनुभविक कुशल निर्देशन में संपन्न हुआ। इस कार्य में भूगोल विभाग के अन्य सदस्य यथा डॉ स्वर्णिमा सिंह, डॉ. सर्वेश कुमार, डॉ. अंकित सिंह, डॉ. मनीष कुमार सिंह, डॉ. श्रीप्रकाश सिंह, डॉ. ज्ञानप्रकाश एवं डॉ. दुर्गावती यादव ने भी सर्वेक्षणकर्ताओं को समय-समय पर मूल्यवान दिशा निर्देश दिया। इस सर्वेक्षण में भूगोल विभाग के तीन वरिष्ठ शोधार्थी, मनीषा पासवान, अखंड प्रताप सिंह एवं तृप्ति उपाध्याय समेत 12 स्नातकोत्तर के छात्र-छात्राओं ने तीन अलग-अलग जिलों में सर्वेक्षण का नेतृत्व करते हुए प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण करके अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत किया ये सर्वेक्षण प्रक्रिया (तीन माह) जनवरी से मार्च तक चली।

आज दिनांक 26.07.2025 को पूर्वान्ह 10 बजे से भूगोल विभाग में जल जीवन मिशन प्रभाव मूल्यांकन से जुड़े शोधार्थियों एवं छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने के लिए वाटर एड इंडिया के श्री देवेन्द्र सिंह एवं उनकी सहयोगी टीम स्वेता सिंह, अस्मिता शाहा एवं यशवंत सिंह एक सम्मान समारोह आयोजित किया, जिसमें सभी सर्वेक्षणकर्ताओं को किट, प्रमाण-पत्र, व स्टाइपेन्ड (वृतिका) एवं प्रो0 शिवाकान्त सिंह अध्यक्ष भूगोल विभाग को किट, प्रमाण-पत्र, स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन जल जीवन मिशन प्रभाव मूल्यांकन के समन्वयक डाॅ0 दीपक प्रसाद ने किया। कार्यक्रम के अन्त में सभी के प्रति आभार ज्ञापन विभागाध्यक्ष द्वारा किया गया। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विवि गोरखपुर के भूगोल विभाग के द्वारा एवं वाटर ऐड इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में संपन्न इस शोध कार्य की खूब प्रशंसा की गई. इसकी सफलता को देखते हुए शासन ने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विवि गोरखपुर के भूगोल विभाग को आगे भी शोध कार्य क्रियान्वित करने का प्रस्ताव रखा है, साथ ही पूर्वांचल के अन्य मंडलों के ग्रामीण क्षेत्रों पर जल जीवन मिशन कार्यक्रम के मूल्यांकन हेतु अन्य विश्वविद्यालयों को भी जिम्मेदारी देने की बात कही है।

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(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय

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