
रांची, 15 सितंबर (Udaipur Kiran) । आदिवासी बचाओ मोर्चा और विभिन्न संगठनों ने राज्य सरकार पर धार्मिक एवं सांस्कृतिक जमीनों की लूट रोकने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए आगामी 17 अक्टूबर को उपायुक्त कार्यालय का घेराव करने का निर्णय लिया है।
यह जानकारी मोर्चा और संगठन के सदस्यों ने सोमवार को सिरमटोली में आयोजित प्रेस वार्ता में दी।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव ने कहा कि आदिवासियों की जमीन और अस्तित्व पर सुनियोजित हमला हो रहा है। इसलिए संघर्ष तेज करना ही विकल्प है। उन्होंने कहा कि भूईंहरी, पहनाई, खुटकट्टी, डालिकटारी महतोई, नौकराना पुजार, हड़गड़ी सरना स्थल, मसना, गैरही मेला टांड़ जैसी धार्मिक और सामुदायिक जमीनों पर भू-माफिया कब्जा कर रहे हैं और सरकार खामोश बैठी है।
वहीं आदिवासी जन परिषद अध्यक्ष प्रेमशाही मुंडा ने कहा कि कुर्मी समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग आदिवासी-मूलवासी एकता तोड़ने की साजिश है। इस मंसूबे को हर हाल में पूरा होने नहीं देंगे। पूर्व मंत्री देव कुमार धान ने कहा कि पेसा कानून नियमावली बनाकर लागू किया जाए, अन्यथा राज्यव्यापी आंदोलन होगा।
मौके पर वक्ताओं ने आदिवासी संगठन नगड़ी में रिम्स-2 परियोजना का विरोध जताया। एक स्वर में कहा गया कि यहां की खेतिहर जमीन में रिम्स-2 के अवैध निर्माण को हर हाल में रोका जाएगा। साथ ही जितने आंदोलनकारियों पर मुकदमे दर्ज किया गया है, उसे वापस किया जाना चाहिए।
प्रेस वार्ता में आकाश तिर्की, अभयभूट कुंवर, राहुल तिर्की, संदीप तिर्की, पवन तिर्की, प्रभात तिर्की, संगीता तिर्की सहित कई संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
