रुद्रप्रयाग, 4 जुलाई (Udaipur Kiran) । गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग गौरीकुंड से एक किमी आगे छौड़ी गदेरे में पहाड़ी से गिरे भारी बोल्डर, मलबा और पत्थर गिरने से तीन घंटे तक बंद रहा। इस दौरान यात्रियों को गौरीकुंड में ही रोका गया। वहीं, केदारनाथ से सोनप्रयाग आने वाले यात्री भी भीमबली और जंगलचट्टी में रोके गये। पूर्वान्ह ११ बजे के बाद पैदल यात्रा सुचारू हो पाई। केदारघाटी में आये दिन हो रही बारिश से यात्रा पैदल मार्ग और राजमार्ग भी बाधित हो रहे हैं।
शुक्रवार को सुबह ५ बजे से केदारनाथ यात्रा शुरू हो गई थी। इस दौरान सोनप्रयाग से कुछ यात्री धाम के लिए रवाना भी हुये, पर सुबह ८ बजे गौरीकुंड से करीब एक किमी आगे छौड़ी गदेरा में पहाड़ी से भारी बोल्डर, पत्थर व मलबा रास्ते आने से पैदल यात्रा को रोकना पड़ा। इस दौरान यात्रियों को गौरीकुंड में ही रोका गया। वहीं, केदारनाथ से वापस आ रहे यात्री भी भीमबली व जंगलचट्टी में रोके गये। करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद लोक निर्माण विभाग ने रास्ते में जमा मलबा को साफ कर पैदल यात्रा शुरू कराई।
इधर, सोनप्रयाग में कोतवाली निरीक्षक राकेंद्र सिंह कठैत ने बताया कि २५०० से अधिक श्रद्धालुओं को धाम के लिए भेजा गया है। वहीं, केदारनाथ से डेढ़ हजार से अधिक शिव भक्त वापस लौटे हैं। हाईवे रहा सुचारू रुद्रप्रयाग। गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोनप्रयाग के समीप और मुनकटिया में सुचारू रहा, जिससे सोनप्रयाग से गौरीकुंड के लिए शटल सेवा का संचालन होता रहा।
(Udaipur Kiran) / दीप्ति
