उत्तरकाशी, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मानसून सीजन में गंगोत्री हाईवे बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है गंगोरी से धराली तक क्षतिग्रस्त सड़क का करीब 30 करोड़ की लागत से सुधारीकरण किया जाएगा।
बता दें कि आपदा के दौरान गंगोत्री हाईवे कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त होने के कारण वहां पर आवाजाही अभी भी खतरनाक बनी है। वहीं दूसरी ओर बीआरओ की ओर से मानसून सीजन से पहले छूटे हुए कार्यों के तहत सोनगाड से झाला तक सड़क सुधारीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया है।
मानसून और आपदा के समय गंगोत्री हाईवे गंगोरी गणेशपुर से लेकर धराली तक कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया था। हर्षिल में जहां हाईवे पूरी तरह झील में डूब गया था वहीं सोनगाड सहित डबरानी में गंगा के तेज बहाव में सड़क बह गई थी। वहीं ओंगी सहित नेताला और नलूणा, धराली आदि में भूस्खलन और मलबे के कारण सड़क क्षतिग्रस्त हो गई थी।
वहीं लेम्चागाड के समीप भी आधी सड़क क्षतिग्रस्त होने से खतरा बना है। मानसून सीजन के बाद बीआरओ की ओर से बह गई सड़कों के स्थान पर वैकल्पिक और भूस्खलन आदि क्षेत्रों में मलबा हटाकर आवाजाही को सुचारू करवाया गया है लेकिन वहां पर अभी भी खतरा बना है। वहीं अब बीआरओ को इन क्षतिग्रस्त सड़कों की स्थिति सुधारने के लिए करीब 30 करोड़ की स्वीकृति मिल गई है।
बीआरओ के अधिकारियों के अनुसार जल्द ही हाईवे की स्थिति सुधारने के लिए कार्य शुरू किया जाएगा। वहीं बीआरओ की ओर से मानसून से पूर्व में छूटे सड़क सुधारीकरण और ब्लैक टॉप के कार्य को दोबारा शुरू कर दिया है। पहले चरण में सोनगाड से झाला तक करीब 18 किमी सड़क का ब्लैक टॉप किया जा रहा है। वहीं दूसरे चरण में गंगोरी से मनेरी यह कार्य किया जाएगा। बीआरओ के कमांडर राजकिशोर का कहना है कि आपदा में क्षतिग्रस्त सड़क की स्थिति को सुधारने के लिए 30 करोड़ की स्वीकृति मिली है। जल्द ही कार्य शुरू किया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / चिरंजीव सेमवाल