
— बाढ़ जैसे हालात, प्रशासन अलर्ट
वाराणसी, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । गंगा नदी की उफनती लहरें वाराणसी में अब चेतावनी बिंदु की ओर तेज़ी से बढ़ रही हैं। बाढ़ जैसे हालात ने गंगा तटवर्ती इलाकों के निवासियों की चिंता बढ़ा दी है। शहर के ग्रामीण अंचलों और ढाब क्षेत्र में सोतों के भर जाने से सब्जी की खेती वाले खेत जलमग्न होने लगे हैं। केंद्रीय जल आयोग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, सोमवार रात 8 बजे गंगा का जलस्तर 68.4 मीटर दर्ज किया गया, जो सुबह 8 बजे 67.72 मीटर था। पिछले 24 घंटों में जलस्तर में 1.12 मीटर की वृद्धि दर्ज की गई है। वर्तमान में जलस्तर लगभग तीन सेंटीमीटर प्रति घंटे की गति से बढ़ रहा है।
गौरतलब है कि चेतावनी बिंदु 70.26 मीटर और खतरे का निशान 71.26 मीटर निर्धारित है। यदि इसी गति से वृद्धि जारी रही, तो जल्द ही यह चेतावनी बिंदु को पार कर सकता है।
—प्रभावित क्षेत्र मेंं आवागमन बाधित
गंगा के बढ़ते जलस्तर के चलते कई संपर्क मार्गों पर आवागमन ठप हो गया है। नमोघाट पर बना ‘नमस्ते स्कल्पचर’ भी अब गंगा की जलधारा के भीतर आ गया है। साथ ही, गंगा में बढ़ाव के कारण वरुणा नदी में पलट प्रवाह शुरू हो गया है, जिससे शहर के कई निचले इलाके प्रभावित हो सकते हैं। बढ़ते जलस्तर के कारण दशाश्वमेध घाट सहित अन्य घाटों पर नियमित रूप से होने वाली गंगा आरती अब छतों से की जा रही है, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित रहें और परंपरा भी बनी रहे।
प्रशासन सतर्क, कंट्रोल रूम सक्रिय
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने संभावित बाढ़ को देखते हुए 24×7 बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना की है। यहां किसी भी आपात स्थिति या शिकायत के लिए नागरिक संपर्क कर सकते हैं। कंट्रोल रूम में शिफ्टवार अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। बाढ़ कंट्रोल रूम के दूरभाष नंबर: 0542-2508550, 0542-2504170 है।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
