

प्रयागराज,07 जुलाई (Udaipur Kiran) । श्रावण मास में शहर में स्थित दशाश्वमेध घाट व अन्य घाटों पर जल भरने के लिए आने वाले कांवरियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी ने निरीक्षण किया। महापौर ने जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देश दिया कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या नहीं आनी चाहिए।
महापौर ने कहा कि दशाश्वमेध घाट के आसपास का क्षेत्र में अतिक्रमण होने की वजह से श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही अस्थाई शौचालय, पेयजल की व्यवस्था, सफाई व्यवस्था तथा सम्पूर्ण क्षेत्र में जहां—जहां से कांवरिया आते—जाते है। वहां प्रकाश व्यवस्था व घाट पर बैरिकेडिंग की व्यवस्था की जाय।
सावन के दौरान घाट के आस—पास के सम्पूर्ण क्षेत्र में तीनों समय सफाई व तत्काल अतिक्रमण हटाये जाने की व्यवस्था,मार्गों पर समुचित सफाई, मलवा एवं कूड़ा निस्तारण, कीट नाशक का छिड़काव,लीकेज,सीवर के टूटे ढक्कनों को बदलने का कार्य,पैच वर्क,चोक सीवर एवं नालियों की सफाई तथा समुचित मार्ग प्रकाश की व्यवस्था आवारा पशुओं के पकड़ने का कार्य, अस्थाई टायलेट,चेंजिग रूम,शुद्व पेयजल हेतु टैंकर की व्यवस्था,बैरिकेडिंग की व्यवस्था किया जाना सुनिश्चित किया जाय। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाय, जिससे श्रद्वालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न होनी चाहिए।
इस दौरान पार्षद उमेश मिश्रा,विनय कुमार मिश्र,सोनू पाठक व विमल किशोर मिश्रा, अपर आयुक्त पुलिस दीपेन्द्र यादव, अपर नगर आयुक्त विकास सेन, संयुक्त नगर आयुक्त एवं जोनल-4, दिनेश सचान, मुख्य अभियन्ता कुमार गौरव, महाप्रबंधक जलकल,संघ भूषण अधिशाषी अभियन्ता जलकल,आशुतोष सहायक अभियन्ता जल निगम, राम सक्सेना,अवर अभियन्ता, रंजन श्रीवास्तव सफाई निरीक्षक उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल
