
हिसार, 28 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । दयानंद कॉलेज के के बीएससी तृतीय वर्ष प्राणी विज्ञान
(जोलाॅजी) के विद्यार्थियों ने लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय
(लुवास) के डेयरी एवं पोल्ट्री फार्म का शैक्षणिक भ्रमण किया। इस अवसर पर महाविद्यालय
के प्राचार्य डाॅ. विक्रमजीत सिंह ने कहा कि ऐसे भ्रमण विद्यार्थियों को केवल सैद्धांतिक
नहीं, बल्कि व्यवहारिक ज्ञान का अनुभव कराते हैं। विज्ञान की सच्ची समझ तभी विकसित
होती है जब विद्यार्थी प्रयोगशाला की दीवारों से बाहर निकलकर वास्तविक जीवन से जुड़ते
हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को अनुसंधान और नवाचार की दिशा में निरंतर अग्रसर रहने
की प्रेरणा दी।
विभागाध्यक्ष डाॅ. विवेक श्रीवास्तव ने मंगलवार काे कहा कि यह भ्रमण विद्यार्थियों
के लिए प्रयोगात्मक अधिगम का उत्कृष्ट अवसर है, जो उन्हें भविष्य में वैज्ञानिक सोच
और व्यावसायिक दक्षता विकसित करने में सहायक होगा।
भ्रमण प्रभारी डाॅ. मीनाक्षी जिंदल
ने विद्यार्थियों का नेतृत्व किया। डेयरी फार्म इंचार्ज डाॅ. मनोज वर्मा ने विद्यार्थियों
को दुग्ध उत्पादन की विभिन्न वैज्ञानिक विधियों से अवगत कराया और साहीवाल, हरियाणा
एवं हरधेनु जैसी देसी नस्लों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। विद्यार्थियों
ने डाउन कैल्वर यूनिट, विभिन्न आयु वर्गों के लिए बने शेड्स, तथा कृत्रिम गर्भाधान
हेतु जर्मप्लाज्म संकलन केंद्र का भी अवलोकन किया। इसके पश्चात पोल्ट्री फार्म के इंचार्ज
डाॅ. पूनम ने विद्यार्थियों को पोल्ट्री फार्म में ले जाकर असील, धनराजा, व्हाइट लेगहोर्न
एवं कड़कनाथ जैसी प्रमुख मुर्गी नस्लों से परिचित कराया। विद्यार्थियों ने हैचरी यूनिट
तथा बैकयार्ड फार्मिंग प्रणाली का निरीक्षण कर आधुनिक पोल्ट्री पालन की तकनीकों को
समझा। इस अवसर पर डाॅ. मीनाक्षी जिंदल ने कहा कि ऐसे शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों
को केवल पुस्तक ज्ञान तक सीमित नहीं रखते, बल्कि उन्हें आत्मविश्वास भी प्रदान करते
हैं। भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने पशुपालन और पोल्ट्री उत्पादन से संबंधित नवीनतम
तकनीकों का व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त किया। कार्यक्रम के सफल संचालन में प्रयोगशाला
सहायक ललित कटारिया का विशेष सहयोग रहा।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर