
नई दिल्ली, 25 जून (Udaipur Kiran) । दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के आईएफएसओ यूनिट ने एक बड़े साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो खुद को ट्रैवल एजेंसी बताकर अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा के सैकड़ों नागरिकों से ठगी कर रहा था। दिल्ली के कीर्ति नगर इलाके से संचालित हो रहे इस फर्जी कॉल सेंटर का मास्टरमाइंड अक्षय शर्मा (40) को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक यह गिरोह जाली डेथ और मेडिकल सर्टिफिकेट के सहारे अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों से फर्जी तरीके से रिफंड हासिल करता था और पीड़ितों से पैसे वसूलता था। गिरोह के पास से 36 लैपटॉप, 6 मोबाइल फोन, 4 हार्ड ड्राइव और सैकड़ों फर्जी दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह ‘एवीएस हॉलीडे्स’ नामक एक ट्रैवल एजेंसी के नाम पर काम कर रहा था, जो दिखने में पूरी तरह वैध थी। लेकिन इसके पीछे एक हाई-टेक साइबर फ्रॉड का नेटवर्क चल रहा था।
ये लोग गूगल, फेसबुक और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर फ्लाइट बुकिंग और कैंसलेशन से संबंधित ऐसे विज्ञापन चलाते थे, जो असली ट्रैवल कंपनियों से ऊपर दिखाई देते थे। जब कोई विदेशी नागरिक इनसे संपर्क करता तो ये कॉल सेंटर कर्मचारी खुद को अधिकृत ट्रैवल एजेंट बताकर ग्राहक से पासपोर्ट डिटेल, कार्ड नंबर और सीवीवी जैसी गोपनीय जानकारी हासिल कर लेते थे।
गिरोह टिकट बुकिंग के बाद खुद ही उसे कैंसिल कर एयरलाइनों से रिफंड मांगता था। इसके लिए ग्राहकों के नाम पर जाली डेथ सर्टिफिकेट या मेडिकल रिपोर्ट जमा की जाती थी, ताकि रिफंड पूरा मिल सके।
बाद में यह रिफंड अमाउंट या तो ग्राहकों को काट-छांट के साथ वापस किया जाता था या पूरा हड़प लिया जाता था।
पुलिस अधिकारी के अनुसार स्पेशल सेल को गुप्त सूचना मिली थी कि कीर्ति नगर में एक फर्जी कॉल सेंटर चल रहा है, जो विदेशी नागरिकों को निशाना बना रहा है। 24 जून की सुबह पुलिस टीम ने छापा मारा और वहां से आरोपित अक्षय शर्मा को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में आरोपित अक्षय शर्मा ने कबूल किया कि वह पिछले कई वर्षों से इस रैकेट को चला रहा था और उसने अब तक सैकड़ों विदेशी नागरिकों से लाखों डॉलर की ठगी की है।
पुलिस अब उसके नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है और जांच को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ाने के लिए अमेरिकी, ब्रिटिश और कनाडाई एजेंसियों से संपर्क में है।
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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी
