

कानपुर, 06 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । उत्तर प्रदेश के जनपद कानपुर में फर्जी सचल दल अधिकारी बनकर पीड़ित से आरोपित ने शराब ठेका दिलाने के नाम पर छह लाख रुपये की ठगी कर ली। काफी समय बीत जाने पर भी जब पीड़ित को न तो ठेका मिला और न ही पैसे तब जाकर उसने चकेरी थाने में आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने फर्जी आरोपित आईआरएस अधिकारी को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है।
चकेरी थाना क्षेत्र के कर्मचारी नगर में रहने वाले हिमांशु सक्सेना ने बताया कि उनकी मुलाकात 2023 में श्यामनगर के रहने वाले दिव्यांश श्रीवास्तव से हुई। जिसने खुद को सचल दल में अधिकारी बताते हुए उन्हें विभाग में नौकरी लगवाने के नाम 16 लाख रुपये की डिमांड की। मैने करीब 10 लाख ऑनलाइन व छह लाख रुपये नगद दिए थे। रुपये लेने के पश्चात आरोपित दिव्यांस ने आबकारी विभाग उन्नाव से मेरे नाम पर शराब ठेका के आवंटन की फर्जी आवंटन प्रमाण पत्र व एक्साइज इंस्पेक्टर आबकारी विभाग क पद पर ज्वाइनिंग के लिए इंटरव्यु का एडमिट कार्ड सितम्बर 2024 में रजिस्टर डाक द्वारा भेजा था।
इसके बाद एक्साइज इंस्पेक्टर के पद पर ज्वाइनिंग के लिए सितम्बर 2023 व दिसम्बर 2024 फर्जी व कूटरचित ज्वाइनिंग लेटर तैयार करके मेरे पास रजिस्टर डाक के जरिए भेजे थे। जब मुझे इसके द्वारा भेजे गए आवंटन पत्र, काललेटर व ज्वाइनिग लेटर के फर्जी व कूटरचित होने की जानकारी हुई तो मैंने दिव्यांस से अपने रुपये वापस करने के लिए कहा तो वह मुझे रुपये वापस न करने व अभद्र भाषा प्रयोग करके धमकी देने लगा। इस तरह दिव्यांस ने अपने आप को डिप्टी कमिश्नर बताते हुए नौकरी व ठेका दिलाने के नाम पर कूटरचित दस्तावेज दिखाकर 16 लाख रुपये धोखाधड़ी से ले लिए।
एसीपी चकेरी अभिषेक पाण्डेय ने सोमवार को बताया कि आरोपित से पूछताछ की जा रही है। आरोपित के पास से कार भी बरामद हुई है। जिसमें भारत सरकार लिखा हुआ है। साथ ही पीड़ित की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले में अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।
(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप
