
भोपाल, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश राज्य ट्रायथलॉन अकादमी भोपाल के चार प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का चयन एशिया ट्रायथलॉन जूनियर एवं अंडर-23 चैंपियनशिप के लिए हुआ है। इनमें आद्यया सिंह, दुर्विसा पवार, रोशन गोंड और अभिषेक मॉडनवाल शामिल हैं। यह प्रतियोगिता 30 अक्टूबर से 1 नवंबर तक अरब देश जॉर्डन के अकाबा में आयोजित की जा रही है। इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन में भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रहे मप्र अकादमी के चारों खिलाड़ी सोमवार को अपने मुख्य कोच कैप्टन मनोज कुमार झा के नेतृत्व में जॉर्डन के लिए रवाना हुए।
खेल विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, एशिया ट्रायथलॉन जूनियर एवं अंडर-23 चैंपियनशिप एशियाई महाद्वीप की प्रतिष्ठित स्पर्धाओं में से एक है, जिसमें एशिया के विभिन्न देशों के श्रेष्ठ ट्रायथलीट्स भाग लेते हैं। यह प्रतियोगिता खिलाड़ियों के लिए न केवल अपनी क्षमता प्रदर्शित करने का अवसर है, बल्कि ओलंपिक और विश्व स्तरीय प्रतियोगिताओं के लिए अनुभव प्राप्त करने का महत्वपूर्ण मंच भी है। मध्य प्रदेश ट्रायथलॉन अकादमी के खिलाड़ियों ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन, निरंतर मेहनत और अनुशासन के बल पर राष्ट्रीय चयन शिविर में श्रेष्ठ स्थान प्राप्त करते हुए इस अंतरराष्ट्रीय टीम में स्थान बनाया है।
खेल और युवा कल्याण विभाग के संचालक राकेश गुप्ता एवं संयुक्त संचालक बीएस यादव ने खिलाड़ियों को सफलता की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि हमारे खिलाड़ी लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मध्य प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। हमें पूर्ण विश्वास है कि यह टीम देश और प्रदेश, दोनों के लिए गौरव लेकर लौटेगी। मुख्य कोच कैप्टन मनोज कुमार झा ने कहा कि खिलाड़ी पूरी तैयारी के साथ जा रहे हैं और उन्होंने अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा को ध्यान में रखते हुए विशेष प्रशिक्षण सत्रों में मेहनत की है।
मध्य प्रदेश राज्य ट्रायथलॉन अकादमी, भोपाल में खिलाड़ियों को अत्याधुनिक प्रशिक्षण सुविधाएँ, वैज्ञानिक फिटनेस प्रोग्राम और अनुभवी प्रशिक्षकों का मार्गदर्शन प्राप्त होता है। खेल एवं युवा कल्याण विभाग की नीति और अकादमी की समर्पित व्यवस्था के कारण राज्य के खिलाड़ी निरंतर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी पहचान बना रहे हैं। एमपी ट्रायथलॉन अकादमी के इन खिलाड़ियों का चयन यह सिद्ध करता है कि मध्य प्रदेश अब खेल प्रतिभाओं के विकास का सशक्त केंद्र बन चुका है। उनकी यह उपलब्धि न केवल प्रदेश के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि प्रदेश के अन्य उभरते खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनेगी।
(Udaipur Kiran) तोमर