
मीरजापुर, 29 सितंबर (Udaipur Kiran News) । शारदीय नवरात्र की सप्तमी तिथि पर सोमवार को मां विंध्यवासिनी के दरबार में आस्था का विशाल जनसैलाब उमड़ा। सुबह से देर रात तक लगभग चार लाख श्रद्धालुओं ने मां विंध्यवासिनी के कालरात्रि स्वरूप का दर्शन-पूजन कर मत्था टेका। नवरात्र के अंतिम दिनों में रविवार से ही भीड़ बढ़नी शुरू हो गई थी, जो सोमवार को और तेज हो गई।
श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर मंदिर पहुंचने से पहले प्रमुख घाटों पर आस्था की डुबकी लगाई। त्रिकोण मार्गों पर दिनभर भीड़ बनी रही। मंदिर प्रांगण में अनुष्ठान और विंध्य कॉरिडोर पर मुंडन तथा यज्ञोपवीत संस्कार होते रहे।
श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने पर जिला प्रशासन और पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी लगातार मौके पर डटे रहे। भीड़ को नियंत्रित करने और सुगम दर्शन व्यवस्था बनाए रखने के लिए विंध्यपंडा समाज के पदाधिकारी व सदस्य शिफ्टवार ड्यूटी करते रहे।
इधर, सप्तमी पर निशा रात्री के अवसर पर देशभर से आए साधक और तांत्रिक विंध्य की कंदराओं में साधना में लीन रहे। राम गया घाट, तारा मंदिर, भैरव कुंड, सीता कुंड, काली खो, गेरुआ तालाब और मोतिया तालाब जैसे स्थानों पर साधकों का जमावड़ा लगा रहा।
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(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
