
बरेली, 19 नवंबर(Udaipur Kiran) । वीज़ा अवधि बढ़ाने के लिए फर्जीवाड़ा करने वाले नाइजीरिया के छात्र युसुफ बाला को बारादरी पुलिस ने बुधवार को कड़ी सुरक्षा में न्यायिक मजिस्ट्रेट के कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। मामले में उसके साथी छात्र अयूब की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम गुरुवार को पंजाब रवाना होगी। कुछ औपचारिकताएं पूरी न होने के कारण बुधवार को टीम नहीं जा सकी।
कोर्ट में पेश करने से पहले आईबी और एटीएस की टीमों ने युसुफ से लंबी पूछताछ की। आतंकी कनेक्शन को लेकर भी तफ्तीश की गई, लेकिन अब तक कोई संदिग्ध लिंक सामने नहीं आया है। पुलिस ने उसका मोबाइल फोन और लैपटॉप कब्जे में लेकर एफएसएल जांच के लिए भेजने की तैयारी शुरू कर दी है।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि युसुफ ने पहले 31 जनवरी को सिटी यूनिवर्सिटी लुधियाना, पंजाब में बीसीए कोर्स में दाखिला लिया था, लेकिन बाद में 19 जुलाई को महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में बीएमएस प्रथम वर्ष में दाखिला ले लिया। नियमानुसार किसी विदेशी छात्र को यूनिवर्सिटी बदलने पर एफआरआरओ अमृतसर से ट्रांसफर अप्रूवल लेना जरूरी होता है, लेकिन युसूफ ने बिना अनुमोदन पत्र के ही दूसरा प्रवेश ले लिया।
युसूफ की वीज़ा अवधि 22 दिसंबर 2025 तक वैध है, बावजूद इसके उसने फर्जी तरीके से दस्तावेज़ बनवाकर वीज़ा बढ़ाने का आवेदन किया। गोपनीय जांच में उसके दस्तावेज़ संदिग्ध पाए गए जिसके बाद मामला दर्ज हुआ। एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि छात्र अयूब की गिरफ्तारी के लिए टीम पंजाब भेजी जा रही है। यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रहने वाले अन्य विदेशी छात्रों से भी पूछताछ की गई है। पूरे प्रकरण की पुलिस गहराई से जांच कर रही है।
(Udaipur Kiran) / देश दीपक गंगवार