Uttar Pradesh

खाद्य विभाग की कार्रवाई, 50 किलो पनीर जब्त कर जांच के लिए लैब भेजा

नमूने पर दुकानदार का हस्ताक्षर लेते हुए
नमूना एकत्र करते खाद्य सुरक्षा अधिकारी खाद्य सुरक्षा अधिकारी

अमेठी, 18 सितंबर (Udaipur Kiran) । त्योहारों के मौसम में मिठाइयों और डेयरी उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ जाती है। ऐसे समय में मिलावटखोर सक्रिय होकर उपभोक्ताओं की सेहत के साथ खिलवाड़ करते हैं। इसी को देखते हुए अमेठी जिले का खाद्य विभाग सतर्क हो गया है। विभाग ने गुरुवार काे विशेष अभियान के तहत छापेमारी की और बड़ी मात्रा में संदिग्ध पनीर जब्त किया।

खाद्य सुरक्षा अधिकारी जावेद अख्तर ने बताया कि फुरसतगंज के किशनपुर केवाई कस्बे में स्थित एक मिष्ठान भंडार पर खाद्य सुरक्षा की टीम ने

छापा मारा। जांच के दौरान दुकान में रखा करीब 50 किलो पनीर संदिग्ध हालत में पाया गया। प्राथमिक स्तर पर ही अधिकारियों को पनीर की गुणवत्ता पर संदेह हुआ। इस पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने मौके से नमूने एकत्र किए और उन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया।

खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि त्योहारों से पहले नकली और मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री बढ़ जाती है। विभाग की कोशिश है कि आमजन तक शुद्ध और सुरक्षित खाद्य सामग्री ही पहुंचे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि जांच रिपोर्ट में पनीर के मिलावटी होने की पुष्टि होती है तो संबंधित दुकानदार के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसमें दुकान का लाइसेंस रद्द होने से लेकर मुकदमा दर्ज होने तक की कार्यवाही शामिल हो सकती है।

उन्हाेंने बताया कि हर साल दीपावली, दशहरा, दुर्गा पूजा और बारावफात जैसे त्योहारों के समय मिठाइयों और दुग्ध उत्पादों की खपत अचानक बढ़ जाती है। मांग को पूरा करने के लिए कई दुकानदार घटिया गुणवत्ता के पनीर, खोवा और दूध का इस्तेमाल करते हैं। इससे उपभोक्ताओं की सेहत पर गंभीर असर पड़ता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि मिलावटी दूध और पनीर से पेट की बीमारियां, फूड पॉइजनिंग और यहां तक कि लंबे समय में कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

खाद्य विभाग ने जिलेभर के सभी मिष्ठान विक्रेताओं और दूध व्यवसायियों को सख्त हिदायत दी है कि वे केवल शुद्ध और मानक खाद्य सामग्री का ही प्रयोग करें।

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(Udaipur Kiran) / लोकेश त्रिपाठी

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