Chhattisgarh

दुखों की निवृति एवं परमानंद की प्राप्ति के लिए सरल साधन अपनाएं: भगत प्रकाश महाराज

सदगुरु स्वामी टेऊंराम महाराज के चालीहा महोत्सव के दौरान भजन-कीर्तन करती हुई महिलाएं।

धमतरी, 1 जुलाई (Udaipur Kiran) । सदगुरु स्वामी टेऊंराम महाराज के 139वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में जारी चालीहा महोत्सव के 40 वें दिन रात आठ बजे से 10 बजे तक चालीसा पाठ एवं सत्संग कार्यक्रम हुआ।

प्रेम प्रकाश मण्डल के भगत प्रकाश महाराज ने आचार्यश्री के महामंत्र सत् नाम साक्षी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आचार्य श्री ने यह महामंत्र देकर संपूर्ण जगत का कल्याण किया है। दुखों की निवृति एवं परमानंद की प्राप्ति के लिए सरल साधन इस सत नाम साक्षी को बताया है। इस मंत्र के द्वारा सारे काम सिद्ध होते हैं। इस मंत्र के द्वारा ज्ञान का प्रकाश होते देर नहीं लगती। ज्ञान होते ही अंधकार दूर हो जाता है। गुरु महाराज की एकनिष्ठता से एवं सादगी भरे जीवन से एवं उनके थोड़े में ही संतुष्ट होने के सगुण से प्रभावित होकर सभी भक्तों के मन में आचार्य श्री की प्रेरणा से छप्पन भोग के स्थान पर केवल एक फल अनानास को छप्पन भोग के रूप में तय किया गया।

आचार्य सद्गुरु स्वामी टेऊँराम महाराज के 139 वें जन्मोत्सव के पंचम दिवस श्रीमद् भगवद्गीता एवं श्री प्रेम प्रकाश ग्रन्थ साहब के पाठों का विधिवत भोग पारायण समापन किया गया। आचार्यश्री के प्रकटोत्सव पर भगवान लक्ष्मी नारायण एवं गुरुजनों को नवीन वस्त्र पहना कर उनके स्वरूपों मनमोहक ढंग से सजाया गया है। आयोजन पूज्य सिंधी समाज के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक कुमार वाधवानी एवं उनके पुत्र रवि वाधवानी द्वारा किया गया।

सभी भक्तों द्वारा लाए गए 700 से भी अधिक अनानास के फलों को सजाकर गुरु महाराज को भोग लगाया गया। सभी भक्तों के द्वारा लाए गए 700 से भी अधिक अनानास के फलों से सजाकर गुरु महाराज को भोग लगाया गया एवं भोग लगने के बाद ये अनानास पवित्र प्रसाद हो गया, जिसे उपस्थित सभी भक्तों को बांटा गया।

(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा

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