Uttrakhand

एसएचजी को चारा उत्पादन का प्रशिक्षण

मंडल में चारा उत्पादन का प्रशिक्षण लेते हुए समूह की महिलाएं।

गोपेश्वर, 16 सितम्बर (Udaipur Kiran) । ग्रामोत्थान परियोजना (रीप) की ओर से दशोली ब्लॉक के मंडल घाटी कलस्टर बैरागना में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को चारा उत्पादन एवे प्रबंधन पर दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।

दो दिवसीय प्रशिक्षण के समापन पर मास्टर ट्रेनर आजीविका के समन्वयक मनोज सिंह रावत और सहायक प्रबंधक सुबोध बलोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि दुधारू पशुओं को स्वस्थ और अधिक उत्पादन के लिए मक्का, नेपियर, ज्वार पौष्टिक चारा होता। इसका उत्पादन पशुपालकों को अवश्यक करना चाहिए।

उन्होंने दुधारू गाय और् भैंस की नस्लों, उनके खान पान एवम् पशुओं के रहन सहन, बीमारियों से बचाने के टिप्स भी दिए। प्रशिक्षण में ग्वाड, देवलधार, बैरागना, कुनकुली, कोटेश्वर, बंद्वारा, खल्ला, मंडल, सिरोली महिलाओं ने प्रतिभाग किया जा रहा है।

दशोली के आजीविका समन्वयक रीप, दशोली देवेंद्र नेगी ने कहा कि रीप परियोजना की ओर से स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हुई महिलाओं के लिए विभिन्न प्रकार आजीविका गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। इसका लाभ लेकर समूह से जुड़ी महिलाएं अपनी आजीविका को सुदृढ़ कर रही है। इस मौके पर बिजनेश प्रोमोटर रामेश्वरी, सक्रिय महिला मंदोदरी, बैंक सखी प्रियंका बिष्ट सहित समूह सदस्य मौजूद रहे।

(Udaipur Kiran) / जगदीश पोखरियाल

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