
औरैया, 06 अगस्त (Udaipur Kiran) । यमुना और चंबल नदियों में आई भीषण बाढ़ ने अजीतमल तहसील क्षेत्र के किसानों की महीनों की मेहनत को पल भर में तबाह कर दिया। बाढ़ के चलते क्षेत्र के 20 गांवों में लगभग 270 हेक्टेयर में खड़ी फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं। खेतों में पानी भर जाने से फसलें सड़ने लगी हैं, बाढ़ के साथ आई रेत और कीचड़ ने खेतों की उर्वरता को भी बर्बाद कर दिया है।
प्रभावित क्षेत्रों में किसान परेशान और बेबस नजर आ रहे हैं। खेतों में बाजरा की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं। कई किसान अपने खेतों से खुद ही बाल्टियों और बर्तनों से पानी निकालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन राहत की कोई ठोस व्यवस्था अभी तक नहीं हो सकी है।
बाढ़ से प्रभावित प्रमुख गांवों में सिकरोड़ी, जूहीखा, गूंज , ततारपुर, फरिहा, असेवा, असेवता, सिकरोड़ी, जाजपुर, बडेरा, सहित 20 से अधिक गांव शामिल हैं, जहाँ किसानों की आजीविका पर संकट मंडरा रहा है।
प्रशासन कर रहा नुकसान का आंकलन
तहसील प्रशासन की ओर से राजस्व विभाग की टीमों को नुकसान का सर्वे करने के निर्देश दिए गए हैं। राजस्व कर्मियों ने गांव-गांव जाकर नुकसान का जायजा लेना शुरू कर दिया है। जल्द ही रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाएगी।
अजीतमल उपजिलाधिकारी निखिल राजपूत ने बताया कि सर्वे के लिए लेखपाल व कानूनगो की टीम बनाई गईं वह खेतो के नुकसान का आकलन करके रिपोर्ट बनाये उसके हिसाब से किसानो मुआवजा दिया जायेगा।
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(Udaipur Kiran) कुमार
