Uttar Pradesh

उप्र में लगातार बारिश से मंदाकिनी में आई बाढ़, कानपुर में रेल ट्रैक धंसा

चित्रकूट में मानिकपुर धारकुंडी सम्पर्क मार्ग पुल का निर्माणाधीन एप्रोच रोड टूटा

लखनऊ, 12 जुलाई (Udaipur Kiran) । मानसूनी बारिश से उत्तर प्रदेश से होकर गुजरने वाली प्रमुख नदियों के साथ साथ स्थानीय नदियों में तेजी से पानी बढ़ रहा है। इस बीच लगातार हो रही बारिश से जहां चित्रकूट में मंदाकिनी नदी में उफान आ गया है। यहां पर उप्र और मप्र को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर नावें चल रही हैं। प्रशासन राहत कार्य में जुट गया है। वहीं कानपुर में चेतावनी बिंदु के करीब गंगा नदी पहुंच रही है। इस बीच यहां पर कानपुर फर्रुखाबाद रेल मार्ग पर ट्रैक धंस गया है। उधर, घाघरा और सरयू नदियों में भी पानी बढ़ने से कटान की स्थिति बनने लगी है। प्रशासन और बाढ़ चौकियां सक्रियता से निगरानी बनाए हुए हैं और राहत व बचाव कार्य को लेकर तैयार हैं।

लखनऊ मौसम विभाग के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल ​कुमार सिंह ने बताया कि मानसून पूरे प्रदेश में सक्रिय है और बुंदेलखंड समेत प्रदेश के मध्य क्षेत्रों के कई जिलों में शनिवार को अच्छी बारिश हुई। इस बारिश से तापमान में भी एक से दो डिग्री की गिरावट महसूस की गई। इस बीच बीते 24 घंटे से मूसलाधार बारिश से चित्रकूट में मंदाकिनी नदी में उफान आ गया है और नीचले ​इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन गई।

शनिवार को बाढ़ की जानकारी मिलते ही पूर्व सांसद आर के सिंह पटेल, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन, पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व उमेश चंद्र निगम ने मंदाकिनी नदी रामघाट का निरीक्षण किया। यहां मुख्य मार्ग पर बाढ़ का पानी आने से यूपी और एमपी के बीच नावों से गुजरना पड़ रहा है। वहीं प्रशासन ने राहत कार्य कराते हुए तीर्थ के लिए आए लोगों के साथ स्थानीय लोगों को बाढ़ के पानी से निकालते हुए सुरक्षित स्थानों पर भेजते हुए खानपान आदि की व्यवस्थाएं कराना शुरू कर दिया है। यहां शनिवार शाम तक सबसे अधिक 216 मिमी. बारिश दर्ज की गई।

चित्रकूट में मानिकपुर धारकुंडी सम्पर्क मार्ग बंद

भयंकर बारिश से मानिकपुर धारकुण्डी संपर्क मार्ग में बने पुल का निर्माणाधीन एप्रोच रोड उत्तर साइड में बह गया। जबकि दक्षिण साइड का बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। इस स्थिति में यूपी एवं एमपी का सम्पर्क पूरी तरह से बंद हो गया है। प्रशासन का कहना है कि पानी कम होने के बाद पुल की मरम्मत कराई जाएगी।

इसी तरह कानपुर मंडल के कानपुर नगर समेत आसपास के जिलों में सबसे ज्यादा बारिश हुई। इससे कानपुर में गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। यहां पर बैराज के फिलहाल 10 से अधिक गेट खोल दिये गए हैं और बाढ़ चौकियों से सिंचाई विभाग के कर्मी नजरें बनाए हुए हैं। फिलहाल गंगा नदी अभी चेतावनी बिंदु से दूर है और प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए तैयारियां पूरी कर ली है। कानपुर में 126 मिमी. और बांदा में 115 मिमी. बारिश दर्ज की गई। जबकि राजधानी लखनऊ में भी औसत 39.5 मिमी. बारिश हुई। वहीं मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए पूर्वानुमान जारी किया है।

बारिश से कानपुर में रेलवे ट्रैक धंसा

लगातार बारिश से कानपुर में चौबेपुर के मरियानी गांव के पास कानपुर फर्रुखाबाद रेल रूट पर ट्रैक शनिवार दोपहर धंस गया। इस बीच ट्रैक से गुजरने वाली कालिंद्री एक्सप्रेस को चालक ने ट्रैक धंसा देख समय रहते इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोक दिया और बड़ा हादसा होने से बच गया। ट्रेन को करीब 45 मिनट तक रोका गया। रेलवे कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर ट्रैक की मरम्मत शुरू की है। ट्रैक ठीक होने के बाद ट्रेन गंतव्य के लिए रवाना किया गया।

ललितपुर में सुकवां डुकवां बांध का जलस्तर बढ़ा

प्रदेश के बुंदेलखण्ड के ललितपुर जिले में लगातार बारिश से सुकवां डुकवां बांध का जलस्तर बढ़ गया है। शनिवार को बांध के पास से गुजरने वाली सड़क पर पानी बहने लगा। इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने कई गांवों को जोड़ने वाली इस सड़क पर वाहनों और लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी। वहीं झांसी में बेतवा नदी में पानी में बढ़ने से निचले स्थानों पर रहने वालों को बाढ़ का डर सताने लगा है।

मौसम विज्ञानी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पूरे प्रदेश में ड्राई फेज समाप्त हो रहा है। अगले एक हफ्ते तक अच्छी बारिश की संभावना है। प्रदेश में मानसून की सक्रियता से घाघरा और सरयू समेत स्थानीय नदियों में भी पानी बढ़ा है। ऐसे में स्थानीय स्तर प्रशासन ने बाढ़ चौकियों को सतर्क करते हुए नदियों के किनारे के नीचले और आबादी वाले क्षेत्रों के निवासियों को अलर्ट कर दिया है और राहत शिविरों की भी तैयारियां समेत खानपान आदि की व्यवस्था में जुटा हुआ है।

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(Udaipur Kiran) / मोहित वर्मा

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