
– अभियान के लिए 100 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे
चंडीगढ़, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) । पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने घोषणा की कि राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 100 करोड़ रुपए की लागत से पुनर्वास और सफाई अभियान बड़े पैमाने पर शुरू किया जाएगा। शनिवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में भगवंत मान ने कहा कि कई क्षेत्रों में अब बाढ़ का पानी कम हो रहा है, लेकिन गांवों और कस्बों में कीचड़ और गंदगी बहुत फैली हुई है। जन-जीवन सामान्य होने की ओर बढ़ रहा है, इसलिए इन क्षेत्रों की सफाई का काम बहुत जरूरी है। इसके लिए राज्य सरकार 2300 प्रभावित गांवों और वार्डों में बड़े पैमाने पर सफाई अभियान शुरू करने जा रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि प्रत्येक गांव के लिए सरकार ने टीमें गठित की हैं, जिनके पास जेसीबी मशीनें, ट्रैक्टर-ट्रॉलियां और श्रमिकों की व्यवस्था होगी। ये टीमें कीचड़ और मलबा हटाएंगी और प्रत्येक गांव की पूरी सफाई सुनिश्चित करेंगी।
मुख्यमंत्री ने आशंका जताई कि बाढ़ के दौरान कई जानवरों की मृत्यु हो गई है, इसलिए ये टीमें इन पशुओं का उचित निपटारा करेंगी। इसके बाद प्रत्येक गांव में सफाई और फॉगिंग की जाएगी ताकि बीमारियों के फैलाव को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस पूरे अभियान के लिए 100 करोड़ रुपये का फंड रखा है, जिसमें से प्रत्येक प्रभावित गांव को शुरुआती फंड के रूप में एक लाख रुपए जारी किए जा रहे हैं।
इस अभियान के लिए समय-सीमा तय करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 सितंबर तक सभी गांवों को साफ करके कीचड़ और मलबे से मुक्त कर दिया जाएगा और 15 अक्टूबर तक सार्वजनिक स्थानों पर मरम्मत का काम पूरा कर लिया जाएगा। इसी तरह, उन्होंने कहा कि 22 अक्टूबर तक तालाबों की सफाई का काम पूरा कर लिया जाएगा, जिसके लिए सरकार ने पहले ही सभी जरूरी व्यवस्थाएं कर ली हैं। भगवंत सिंह मान ने जिस तरह सभी ने एकजुट होकर इस प्राकृतिक आपदा के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी, उसी तरह इस नेक कार्य में भी गैर-सरकारी संगठनों, युवा क्लबों और अन्य संगठनों से सहयोग की अपील की।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी 2303 बाढ़ प्रभावित गांवों में मेडिकल कैंप लगाएगी। उन्होंने कहा कि 596 गांवों में, जहां आम आदमी क्लीनिक पहले से मौजूद हैं, वहां मेडिकल कैंप,स्वास्थ्य सुविधाएं और दवाइयां उपलब्ध होंगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि बाकी 1707 गांवों में ये मेडिकल कैंप स्कूलों, धर्मशालाओं, आंगनवाड़ी केंद्रों या पंचायत भवनों जैसी साझा जगहों पर लगाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक कैंप में डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ और चिकित्सा सुविधाएं मौजूद होंगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब तक की रिपोर्टों के अनुसार 713 गांवों के लगभग 2.50 लाख पशु बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और उनमें बीमारियों के फैलाव को रोकने के लिए सरकार ने विशेष अभियान शुरू किया है ताकि पशुपालकों की सहायता की जा सके।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि जहां तक केंद्र से आए फंडों और कितना खर्च किया गया है, इसकी रिपोर्ट से तस्वीर साफ हो जाती है। उन्होंने विवरण देते हुए कहा कि राज्य आपदा राहत कोष (एसडीआरएफ) साल 2010 में बनाया गया था और उस साल से लेकर अब तक इस कोष में 5012 करोड़ रुपये का फंड आया है, जिसमें से इन वर्षों के दौरान प्राकृतिक आपदाओं के मौके पर राहत कार्यों के लिए 3820 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
