RAJASTHAN

पुष्कर मेले में घोड़ों की बिक्री पर लगेगा पांच प्रतिशत जीएसटी, कर विभाग ने पशुपालन विभाग को भेजा पत्र

पुष्कर पशु मेले में पशुओं की आवक हुई तेज

अजमेर, 28 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । विश्व प्रसिद्ध पुष्कर पशु मेले में इस बार घोड़ों की खरीद-फरोख्त पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाया जाएगा। राज्य कर विभाग के उपायुक्त ने इस संबंध में पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक को पत्र भेजकर घोड़ों की बिक्री की जानकारी साझा करने के निर्देश दिए हैं।

पत्र में कहा गया है कि हर वर्ष पुष्कर मेले में बड़ी संख्या में घोड़ों की खरीद-फरोख्त होती है। जीएसटी अधिनियम के अनुसार, जीवित घोड़े की बिक्री पर पांच प्रतिशत जीएसटी लागू होता है। इसलिए, मेले में किसी भी घोड़े की बिक्री से पहले पशुपालन विभाग को वाणिज्यिक कर विभाग को सूचना देनी होगी, ताकि कर की गणना और वसूली की जा सके। पुष्कर मेले का औपचारिक शुभारंभ 30 अक्टूबर को झंडारोहण के साथ होगा, लेकिन 22 अक्टूबर से ही पशुओं का पहुंचना शुरू हो गया था। इसी दिन पशुपालन विभाग ने भी अपना अस्थायी कार्यालय मेले स्थल पर शुरू कर दिया था।

पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. सुनील घीया ने बताया कि जीएसटी लागू होने से पहले मेले में सेल टैक्स चौकियां लगती थीं, जिनसे सरकार टैक्स वसूलती थी। जीएसटी लागू होने के बाद पहली बार कर विभाग ने ऐसा पत्र भेजा है।

उन्होंने विक्रेताओं और खरीददारों से जीएसटी नियमों की जानकारी लेकर समय पर कर भुगतान करने की अपील की।

इस बार पुष्कर मेला देशभर के नामी घोड़ों के पहुंचने से खासा चर्चित हो गया है। पंजाब के पशुपालक गेरी अपने 15 करोड़ के घोड़े शाबाज को लेकर पहुंचे हैं, जो अब तक छह शो जीत चुका है। शाबाज से ब्रीडिंग का शुल्क दो लाख रुपये है।

वहीं, केकड़ी के पालक राहुल जेतवाल अपने मशहूर घोड़े बादल के साथ मेले में आए हैं। पांच साल का बादल अब तक 285 बच्चों का बाप बन चुका है। उसकी कीमत 11 करोड़ रुपये लग चुकी है, लेकिन मालिक ने उसे नहीं बेचने का निर्णय किया है। इस बार पहली बार मेले में घोड़ों की सबसे छोटी प्रजाति शेटलैंड पोनी भी शामिल हुई है। जयपुर के बगरू निवासी अभिनव तिवारी चार पोनी घोड़ों को लेकर पहुंचे हैं। इनकी ऊंचाई मात्र 24 से 31 इंच (करीब ढाई फीट) है और उम्र आठ महीने से तीन साल तक की है।

चित्तौड़गढ़ के पूर्व जिला प्रमुख भैरव सिंह चौहान भी अपने प्रसिद्ध घोड़ों मेघनाथ और शिव के साथ मेले में पहुंचे हैं। दोनों घोड़े रिलायंस चेयरमैन मुकेश अंबानी के घोड़े आलम गुमान के बेटे हैं। मेघनाथ और शिव, दोनों ही मारवाड़ी नस्ल के हैं और शो के लिए मेले में लाए गए हैं। पशुपालन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, अब तक पुष्कर मेले में कुल 4849 पशु पहुंच चुके हैं, जिनमें 3427 घोड़े और 1420 ऊंट शामिल हैं। आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ने की उम्मीद है।

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(Udaipur Kiran) / रोहित

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