Jammu & Kashmir

गंदरबल में लोगों को पीने योग्य पानी उपलब्ध कराने के लिए पाँच नए निस्पंदन संयंत्र पूरे

गंदरबल, 25 सितंबर (Udaipur Kiran News) .। मध्य कश्मीर के गंदरबल ज़िले के अधिकारियों ने कंगन उप-मंडल की गुंड तहसील में पाँच नए जल निस्पंदन संयंत्रों का निर्माण पूरा कर लिया है। यह कदम स्थानीय लोगों की लंबे समय से चली आ रही सुरक्षित पेयजल की माँग को पूरा करने के उद्देश्य से उठाया गया है। जल जीवन मिशन के तहत क्रियान्वित ये परियोजनाएँ लगभग 5 करोड़ 90 लाख रुपये की संयुक्त लागत से पूरी हुईं।

जल शक्ति विभाग के सहायक कार्यकारी अभियंता, शब्बीर अहमद मसूदी ने बताया कि नए निस्पंदन संयंत्र फ्राव, हकनार, गगनगीर, रायल और रायल गुंड में स्थापित किए गए हैं। उनके अनुसार लागत वितरण में फ्राव निस्पंदन संयंत्र के लिए 45 लाख रुपये हकनार के लिए 78 लाख रुपये, गगनगीर के लिए 79 लाख रुपये, रायल के लिए 78 लाख रुपये और रायल गुंड परियोजना के लिए 3 करोड़ 50 लाख रुपये शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि नया बुनियादी ढांचा गुंड के पहाड़ी इलाकों में स्थानीय लोगों को आपूर्ति किए जा रहे पेयजल की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार लाएगा जिन्होंने अतीत में अक्सर पानी की कमी और संदूषण को लेकर चिंता जताई थी। मसूदी ने कहा कि फ्राव, हकनार, गगनगीर और रायल के फिल्टरेशन प्लांट से स्थानीय लोगों को पहले से ही स्वच्छ पेयजल मिल रहा है। अगले तीन दिनों के भीतर रायल गुंड प्लांट से भी लोगों को पानी की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी जो प्रतिदिन 9 लाख लीटर फिल्टर किया हुआ पानी उपलब्ध कराएगा।

अधिकारी ने आगे पुष्टि की कि एक अन्य महत्वपूर्ण परियोजना कुलन फिल्टरेशन प्लांट, पूरी हो चुकी है लेकिन भूस्वामी के साथ विवाद के कारण अभी तक चालू नहीं हो पाई है। यह विवाद प्लांट के निर्माण स्थल के बदले मालिक द्वारा सरकारी नौकरी की मांग को लेकर था। लंबी बातचीत के बाद अब मामला सुलझ गया है और विभाग रोज़गार के बदले आर्थिक मुआवज़ा देने पर राज़ी हो गया है। मसूदी ने आश्वासन दिया कि मुआवज़ा मिलते ही कुलन प्लांट जल्द ही चालू हो जाएगा।

गुंड के कई इलाकों के स्थानीय लोगों ने इस प्रगति पर राहत जताई और बताया कि वर्षों से वे अनुपचारित जल स्रोतों पर निर्भर थे जिनसे अक्सर स्वास्थ्य संबंधी शिकायतें होती थीं। कई लोगों ने इस पहल को एक लगातार चली आ रही समस्या के समाधान की दिशा में एक बड़ा कदम बताया। हकनार के एक स्थानीय निवासी अब्दुल हमीद ने कहा कि हमें अक्सर प्राकृतिक झरनों से पानी लाना पड़ता था जो असुरक्षित था और खासकर बच्चों और बुजुर्गों में बीमारी का कारण बनता था। इन निस्पंदन संयंत्रों के लगने से हमें आखिरकार एक स्थायी समाधान की उम्मीद है।

जल शक्ति विभाग को मध्य कश्मीर के दूरदराज और पहाड़ी इलाकों में स्वच्छ जल सुविधाएँ पहुँचाने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। अधिकारियों ने बताया कि भूमि विवादों के अलावा दुर्गम इलाके कड़ाके की सर्दी और पाइपलाइनों के निरंतर रखरखाव की ज़रूरत ने पहले की परियोजनाओं में देरी की है। इन बाधाओं के बावजूद गुंड में पाँच संयंत्रों का पूरा होना एक मील का पत्थर बताया गया है।

मसूदी ने बताया कि जल जीवन मिशन जिसके तहत ये परियोजनाएँ कार्यान्वित की गई हैं प्रत्येक ग्रामीण परिवार को सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल सुनिश्चित करने पर केंद्रित है। उन्होंने कहा कि ये संयंत्र केवल आज स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के लिए ही नहीं हैं बल्कि भविष्य के लिए एक स्थायी और दीर्घकालिक पेयजल प्रणाली सुनिश्चित करने के लिए भी हैं।

रायिल गुंड निस्पंदन संयंत्र के चालू होने से मौजूदा जल स्रोतों पर दबाव कम होने की उम्मीद है खासकर गर्मियों के महीनों में जब माँग चरम पर होती है। अधिकारियों ने कहा कि परीक्षण सफल रहे हैं और निर्धारित तीन दिनों के भीतर नियमित रूप से आपूर्ति शुरू हो जाएगी।

इस बीच कुलन संयंत्र के पूरा होने का उस क्षेत्र के स्थानीय लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। अधिकारियों का मानना है कि भूमि विवाद के सुलझ जाने के बाद संयंत्र का चालू होना सर्दियों की शुरुआत से पहले हो सकता है। एक बार चालू हो जाने पर कुलन संयंत्र कंगन उपमंडल में स्वच्छ जल आपूर्ति नेटवर्क का और विस्तार करेगा।

(Udaipur Kiran) / राधा पंडिता

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