Maharashtra, 1 सितंबर (Udaipur Kiran) ।
मुंबई शहर व उपनगरों की
गलियां गणपति बप्पा के जयकारों से गूंज रही हैं। इसी क्रम में घरों और सार्वजनिक
जगहों पर विराजमान पांच दिन की गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन बड़े ही धूमधाम से किया
गया। कुल 36,672 मूर्तियों का विसर्जन होने की जानकारी बीएमसी ने
दी है।
मुंबई व उपनगरों में हो रही रिमझीम बारिश के
बीच गणेश भक्तों के उत्साह में कोई कमी नहीं देखी गई। गाजे-बाजे के साथ नाचते-गाते
लोगों ने गणपति बप्पा मोरया… अगले बरस तू जल्दी आ… के जयघोष के साथ विघ्नहर्ता
को इस साल की अंतिम विदाई दी। बीएमसी से मिली जानकारी के अनुसार रविवार शाम से देर
रात तक कुल 36,672 मूर्तियों का विसर्जन किया
गया। कृत्रिम तालाबों में 0-6 फीट की 23,091 मूर्तियाँ
विसर्जित की गईं। प्राकृतिक जलाशयों में 6 फीट से अधिक ऊंची 113 मूर्तियों का विसर्जन
किया गया। विसर्जित की गई पीओपी मूर्तियों की कुल संख्या 23,204 रही। कृत्रिम तालाबों
में 0-6 फीट की 13446 पर्यावरण-अनुकूल
मूर्तियां विसर्जित की गईं। प्राकृतिक जलाशयों में 6 फीट से अधिक ऊंची 22 पर्यावरण-अनुकूल
मूर्तियां विसर्जन किया गया। पर्यावरण-अनुकूल मूर्तियों की कुल संख्या13,468 रही।
बीएमसी प्रशासन के अनुसार पर्यावरण सुरक्षा को ध्यान
में रखते हुए प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए 275 से अधिक कृत्रिम तालाबों की
व्यवस्था की गई है। वस्था की गई है. देर रात तक
मूर्तियों के विसर्जन का कार्यक्रम चलता रहा. महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल के
आदेश पर 6 फुट से कम ऊंची मूर्तियों का विसर्जन कृत्रिम तालाबों में करने का आदेश
दिया गया था। इस पर सार्वजनिक मंडलों और गणेश भक्तों ने नाराजगी जताई थी। बृहन्यमुंबई सार्वजनिक गणेशोत्सव समन्वय समिति के अध्यक्ष एड. नरेश
दहिबावकर ने बताया कि फिलहाल प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने यह प्रतिबंध हटा दिया है।
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(Udaipur Kiran) / वी कुमार
