
रामेश्वरम, 19 अगस्त (Udaipur Kiran) । श्रीलंकाई जेलों में बंद मछुआरों की रिहाई और ज़ब्त नावों की वापसी की मांग को लेकर तमिलनाडु के रामेश्वरम में मछुआरा संगठन 11 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। मंगलवार काे बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी मछुआरे थंगाचिमादम में रेलवे ट्रैक पर एकत्र हाे गए, जिससे ट्रेन का संचालन रोकना पड़ा। रेलवे ट्रैक पर बड़ी संख्या में मछुआराें के एकत्र हाेने से प्रशासन व रेलवे अधिकारियाें में हड़कंप मच गया है।
दरअसल, रामेश्वरम में मछुआरा संगठन श्रीलंकाई जेलों में बंद भारतीय मछुआरों की रिहाई और ज़ब्त उनकी नावों की वापसी की मांग को लेकर 11 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। मछुआराें ने 13 अगस्त को थंगाचिमादम में प्रदर्शन किया और 15 अगस्त को भूख हड़ताल रखी थी। मछुआरों की मांगों और उनकी सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार की ओर से कोई कदम न उठाने से नाराज मछुआरा संगठनों ने मंगलवार को थंगाचिमादम में रेल हड़ताल करने का ऐलान किया था। इससे पहले रविवार काे जिला मजिस्ट्रेट सिमरनजीत सिंह कालोन के साथ रामनाथपुरम में पहली और फिर साेमवार काे कोट्टाचियार राजमनोहरन के नेतृत्व में रामेश्वरम तालुक कार्यालय में दूसरे दौर की वार्ता हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकला। इससे नाराज मछुआराें ने मंगलवार दोपहर 3 बजे थंगाचिमादम में रेलवे ट्रैक पर एकत्र हाे गए। थंगाचिमादम में रेलवे ट्रैक पर मछुआरों के आ जाओ से रेलवे और प्रशासनिक अधिकारियाें में हड़कंप मच गया। थंगाचिमादम में मछुआरे पटरियों पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शनकारी मछुआरे श्रीलंकाई नौसेना के पकड़े गए अपने साथियाें की रिहाई और जब्त नावों की वापसी की मांग कर रहे थे। मछुआरों ने रेलवे ट्रैक पर आ जाने के कारण रामेश्वरम-तांबरम एक्सप्रेस ट्रेन को थंगाचिमादम में रोक दिया गया है। बाद में प्रशासनिक अधिकारियाें के आश्वासन के मछुआराें ने अपना प्रदर्शन समाप्त किया। किसी अनहाेनी काे राेकने के लिए माैके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
(Udaipur Kiran) / Dr. Vara Prasada Rao PV
