
भागलपुर, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । जिले के कहलगांव में कोवा पुल के नजदीक एक नवनिर्मित गेस्ट हाउस में सोमवार को परिधि नामक संस्था द्वारा मछुआ वैकल्पिक रोजगार कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला की शुरुआत गंगा मुक्ति आंदोलन के कार्यकर्ता सह वार्ड पार्षद योगेंद्र सहनी ने प्रतिभागियों और फैसिलिटेटर का स्वागत से किया। कार्यशाला की शुरुआत करते हुए परिधि के निदेशक उदय ने कहा कि जब मछली घट रही है तो हमें ऐसे रोजगार की ओर बढ़ना पड़ेगा जिसमें पैसा ज्यादा मिले एवं महिलाओं को घर बैठे काम भी।
कार्यशाला दो खंडों में विभक्त था। वैकल्पिक रोजगार कार्यशाला दो खंडों में विभक्त था। पहले खंड में मत्स्य उत्पाद में वैल्यू एडिशन कर रोजगार बढ़ाने और जूट द्वारा गहना और इंटीरियर डेकोरेशन बनाने का प्रशिक्षण दिया गया।
वैल्यू एडिशन प्रशिक्षण की रिसोर्स परशन जल जीविका पूर्णिया से आई अंजना प्रसाद ने मछली का अचार, कटलेट, मोमो, समोसा, रोल, बर्गर आदि बनाने की विधि बताई। इस प्रशिक्षण का दूसरा फेज भी होगा जिसमें डिमांस्ट्रेशन दिया जायेगा।
दूसरे खंड में सुश्री आद्या आनंद ने कान, नाक, गला एवं हाथ में पहनने वाले गहने बनाने का प्रशिक्षण दिया। ये सभी गहने जूट से बनाए गए। रांची से आए नीरज वर्मा ने यहां का लोकेशन और डॉल्फिन सेंचुरी को देखते हुए कहा कि यहां नदी में केज फिशिंग और घर के छत और खाली जमीन पर बायोफ्लैक्स विधि से मत्स्यपालन की असीम संभावनायें हैं। कार्यक्रम में पांच दर्जन से भी अधिक महिलाएं ने वैकल्पिक रोजगार के गुर सीखे। मौके पर किरण देवी, कुंज बिहारी, रीता देवी, रीना देवी, मनोज कुमार, जूली देवी, द्रोपदी, नरेश सिंह, रोहित कुमार आदि मौजूद थे।
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(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर
