
हमीरपुर, 11 अगस्त (Udaipur Kiran) । भवन निर्माण एवं अन्य सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष नरदेव सिंह कंवर ने खुलासा किया है कि वर्ष 2022 में मात्र कुछ महीनों के भीतर बड़े पैमाने पर श्रमिकों का पंजीकरण और अपात्र लोगों को वित्तीय लाभ देने में भारी धांधलियां हुई हैं। इन मामलों की जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है।
सोमवार को बोर्ड मुख्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान नरदेव सिंह कंवर ने बताया कि विधानसभा चुनाव से पहले के कुछ महीनों में प्रदेश में करीब 70 हजार श्रमिकों का पंजीकरण किया गया और अप्रैल 2021 से अक्तूबर 2022 तक लगभग 171.61 करोड़ रुपये के वित्तीय लाभ बांटे गए। इसमें अकेले जिला हमीरपुर में 52.42 करोड़ रुपये की राशि वितरित हुई। लाभ लेने वालों में कई साधन-संपन्न लोग भी शामिल थे, जिससे पात्र एवं जरूरतमंद श्रमिक वंचित रह गए।
कंवर ने बताया कि कार्यभार संभालते ही उन्होंने सभी पंजीकृत श्रमिकों की ‘हिम परिवार पोर्टल’ के माध्यम से ई-केवाईसी शुरू करवाई, जिसमें कई अपात्र लोगों का पता चला, जिन्होंने गलत तरीके से लाखों रुपये का लाभ लिया। जिला हमीरपुर में ऐसे 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। इनमें से 2 लोगों ने लगभग 2 लाख रुपये बोर्ड को लौटा भी दिए हैं।
उन्होंने कहा कि गलत तरीके से लाभ लेने वालों को 10 साल तक की सजा हो सकती है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देश पर बोर्ड की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित की जा रही है, ताकि योजनाओं का लाभ केवल पात्र श्रमिकों तक पहुंचे। इसके लिए सभी जिलों के श्रमिक कल्याण अधिकारियों और मोटिवेटरों को सख्त दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
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(Udaipur Kiran) / विशाल राणा
