
नई दिल्ली, 05 सितंबर (Udaipur Kiran) । वित्त मंत्रालय सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के शीर्ष नेतृत्व के साथ अगली पीढ़ी के बैंकिंग सुधारों पर दो दिवसीय ‘पीएसबी मंथन’ करेगा। 12 सितंबर से शुरू होने वाले ‘पीएसबी मंथन’ में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के शीर्ष प्रबंधन के लोग भाग लेंगे। इसका मकसद देश में बैंकिंग गतिविधियों को आसान बनाना है।
आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि पीएसबी के शीर्ष नेतृत्व के साथ अगली पीढ़ी के सुधारों को गति देने के लिए बैंकों के साथ इस तरह का पिछला मंथन अप्रैल, 2022 में आयोजित किया गया था। तब सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के संपूर्ण नेतृत्व ने वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) की देखरेख में उन्नत पहुंच और सेवा उत्कृष्टता (ईज) सुधारों को अगले स्तर तक ले जाने पर चर्चा की गई थी। ‘ईज’ नवंबर 2017 में आयोजित ‘पीएसबी मंथन’ की सिफारिशों पर आधारित है।
पिछले मंथन में पीएसबी के कामकाज की समीक्षा करने और ग्राहक सेवा, डिजिटलीकरण, मानव संसाधन प्रोत्साहन, कॉरपोरेट प्रशासन और सहयोग में सुधार के उपाय सुझाने के लिए छह कार्य समूहों का गठन किया गया था। पीएसबी मंथन का नया दौर पीएसयू बैंकों के संचयी लाभ के 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष 2024-25 में 1.78 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचने की पृष्ठभूमि में आयोजित होगा, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 26 फीसदी की वृद्धि है।
—————
(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर
