
क्वेटा, 8 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) ।
पाकिस्तान के बलोचिस्तान में प्रशासनिक विफलता और बलाेच लड़ाकाें के लगातार हाे रहे हमलाें के बीच मुख्यमंत्री मीर सरफराज बुगती ने प्रांत में भ्रष्टाचार की बात स्वीकार की है। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ लड़ना हर व्यक्ति की साझा जिम्मेदारी है।
अखबार डॉन के मुताबिक, बुगती ने मंगलवार काे बलाेचिस्तान सूचना प्राैद्याेगिकी, इंजीनियरिंग एवं प्रबंधन विज्ञान विश्वविद्यालय (बीयूआईटीइएमएस) में भ्रष्टाचार राेधी दिवस पर एक समाराेह काे संबाेधित करते हुए यह बात कही।
उन्हाेंने कहा कि भ्रष्टाचार बलोचिस्तान के लिए एक बड़ी चुनौती है जिसने प्रांतीय विभागों की अखंडता को कमजोर किया है, सामाजिक एकजुटता को प्रभावित किया है और युवाओं का सार्वजनिक संस्थानों में विश्वास कम किया है।
बुगती ने जोर दिया कि सुरक्षा बल कानून-व्यवस्था की चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह से सक्षम हैं। हालांकि उन्होंने साफ किया कि भ्रष्टाचार के उन्मूलन के बिना विकास और सत्ता का सफल संचालन संभव नहीं है।
इस अवसर पर
उन्होंने बलोचिस्तान की पहली युवा नीति की शुरुआत की घोषणा भी की। इसके तहत युवाओं से प्रांत के खिलाफ प्रचार को विफल करने और राज्य के प्रति प्रतिबद्ध रहने का आग्रह किया गया।
उन्होंने युवाओं की रोजगार और शासन से संबंधित शिकायतों को स्वीकार किया लेकिन जोर दिया कि इसके कारण उन्हें राष्ट्र से अलग नहीं होना चाहिए।
उन्हाेंने कहा कि युवाओं को पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी प्रचार का हिस्सा नहीं बनना चाहिए और उन्हें देश के विकास के लिए काम करना चाहिए।
मेरिट-आधारित सुधारों पर प्रकाश डालते हुए बुगती ने ध्यान दिलाया कि शिक्षा विभाग में 12 हजार से 16 हजार शिक्षकों की भर्ती मेरिट के आधार पर की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार से निपटने के लिए नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूराे (नैब) की टीम और भ्रष्टाचार राेधी अन्य संस्थानाें काे मजबूत कर रही है।
मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि भ्रष्टाचार वित्तीय अनियमितताओं से परे लापरवाही और सार्वजनिक विश्वास का उल्लंघन है। उन्होंने अधिकारियों, शिक्षकों और छात्रों समेत प्रदेश की जनता का आह्वान किया कि वे इस बाबत अपनी भूमिकाओं के प्रति सजग रहें और सभी मामलाें में पारदर्शिता बनाए रखें।
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(Udaipur Kiran) / नवनी करवाल
